बहुत समय पहले, एक हरे-भरे जंगल में सभी जानवर खुशी-खुशी रहते थे। इस जंगल में एक युवा और शक्तिशाली हाथी, मोती, रहता था। मोती अपनी ताकत और बुद्धिमानी पर इतना घमंड करता था कि उसे लगता था कि वह जंगल का सबसे शक्तिशाली जीव है। उसे अपनी शक्ति पर इतना विश्वास था कि वह किसी की मदद की जरूरत नहीं समझता था। मोती का सबसे अच्छा दोस्त एक छोटा सा खरगोश, चीकू, था। चीकू अक्सर मोती को समझाता कि जंगल में एकता और सहयोग से ही सब कुछ संभव है, लेकिन मोती उसकी बातों को नजरअंदाज कर देता था।
शिकारी का आगमन
एक दिन, जंगल में एक भयानक शिकारी आया। वह जंगल के सभी जानवरों को पकड़ने के लिए जाल बिछाने लगा। मोती ने देखा कि शिकारी धीरे-धीरे पूरे जंगल पर कब्जा कर रहा है, लेकिन उसे यह लगा कि उसकी ताकत के आगे कोई भी शिकारी कुछ नहीं कर सकता। मोती ने सभी जानवरों को कहा, "तुम सब डरपोक हो! मुझे किसी की मदद की जरूरत नहीं है। मैं इस शिकारी को अकेले ही हरा दूंगा।"
शिकारी से अकेला मुकाबला
मोती ने बिना सोचे-समझे शिकारी का सामना करने के लिए अकेले ही जंगल से बाहर कदम रखा। वह पूरी ताकत से शिकारी से लड़ने के लिए आगे बढ़ा, लेकिन शिकारी बहुत चालाक था। उसने मोती के लिए एक विशाल जाल तैयार किया था। जैसे ही मोती उस जाल में फंस गया, उसे एहसास हुआ कि सिर्फ ताकतवर होना ही काफी नहीं है, बल्कि सभी के सहयोग की जरूरत भी होती है।
सभी जानवरों का सहयोग
जब चीकू और दूसरे जानवरों ने मोती को मुश्किल में देखा, तो उन्होंने तुरंत मिलकर एक योजना बनाई। छोटे-छोटे खरगोशों और गिलहरियों ने जाल को काटने का काम किया, जबकि पक्षियों ने शिकारी का ध्यान भटकाया। बंदरों ने पेड़ों से शिकारी पर पत्थर फेंके और उसे भागने पर मजबूर कर दिया। धीरे-धीरे सभी जानवरों ने मिलकर मोती को जाल से बाहर निकाल लिया।
मोती का आत्म-निर्माण
मोती को अपनी गलती का पूरा एहसास हो गया। उसने सभी जानवरों का धन्यवाद करते हुए कहा, "मैंने अपनी ताकत पर घमंड किया और यह सोचा कि मैं सब कुछ अकेले कर सकता हूँ। लेकिन आज मुझे यह सिखने को मिला कि एकता में शक्ति होती है। अगर हम सभी मिलकर काम करें, तो कोई भी मुश्किल हमें हरा नहीं सकती।"
कहानी से सीख
मोती की कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सिर्फ शक्ति या बुद्धिमत्ता से ही सफलता नहीं मिलती, बल्कि एकता और सहयोग से हम किसी भी समस्या का समाधान आसानी से पा सकते हैं। जब हम मिलकर काम करते हैं, तो कोई भी चुनौती हमें नाकाम नहीं कर सकती। अकेले कुछ भी करना आसान नहीं होता, लेकिन जब हम एकजुट होते हैं, तो हम सबसे बड़ी से बड़ी मुश्किल को भी पार कर सकते हैं।