संगठन में शक्ति: जब एकता होती है, तो हर मुश्किल को पार किया जा सकता है

संगठन में शक्ति: जब एकता होती है, तो हर मुश्किल को पार किया जा सकता है
Last Updated: 9 घंटा पहले

कभी आपने सोचा है कि हममें से हर एक व्यक्ति अपनी अहमियत साबित करने की कोशिश करता है? जैसे हाथ की पाँच उंगलियाँ आपस में झगड़ने लगीं। यह छोटी सी कहानी हमें एकता की शक्ति और सहयोग के महत्व को समझाने का एक बेहतरीन तरीका है। आइए जानते हैं कैसे एकता से शक्तिशाली बन सकते हैं।

झगड़े की शुरुआत

हाथ की पाँचों उंगलियाँ आपस में झगड़ रही थीं। प्रत्येक उंगली खुद को सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण साबित करना चाहती थी। पहले अंगूठे ने कहा, "मैं सबसे बड़ा हूँ क्योंकि लोग मुझे ही सबसे अधिक इस्तेमाल करते हैं, खासकर हस्ताक्षर करने के लिए।"

फिर पहली उंगली बोली, "मैं सबसे महत्वपूर्ण हूँ क्योंकि मुझे पहचान के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बिना मुझे कोई नाम नहीं जानता।"

मध्यमा उंगली ने अपने आप को सबसे लंबा बताते हुए कहा, "मेरे जैसा लंबा कोई नहीं, इसलिए मैं सबसे बड़ी हूँ।"

अनामिका ने कहा, "मैं सबसे अमीर हूँ, क्योंकि मुझे हीरे और अंगूठियों से सजाया जाता है। मैं सबसे विशेष हूँ।"

सबसे छोटी उंगली ने भी अपनी अहमियत जताई और बोली, "मुझे नजरअंदाज मत करो, मैं भी कुछ कम नहीं हूँ!"

अदालत में फैसला

यह झगड़ा बढ़ते-बढ़ते अदालत तक पहुँच गया। अदालत में न्यायाधीश ने सभी उंगलियों को अपनी बात रखने का अवसर दिया। सभी ने अपनी-अपनी अहमियत बताई। फिर न्यायाधीश ने एक रसगुल्ला मँगवाया और पहली उंगली से कहा, "इसे उठाओ।"

पहली उंगली ने कोशिश की, लेकिन वह रसगुल्ला नहीं उठा पाई। फिर अंगूठा, मध्यमा, अनामिका और छोटी उंगली ने भी एक-एक करके कोशिश की, लेकिन कोई भी सफल नहीं हुआ। सभी उंगलियाँ अपना-अपना काम करने की कोशिश करती रहीं, लेकिन सभी को असफलता ही मिली।

समझ की गहराई एकता की शक्ति

अब न्यायाधीश ने सभी उंगलियों को एक साथ मिलकर रसगुल्ला उठाने का आदेश दिया। जैसे ही उंगलियाँ एक साथ आईं और मिलकर प्रयास किया, रसगुल्ला आराम से उठ गया।

न्यायाधीश ने कहा, "तुम सभी एक-दूसरे के बिना अधूरे हो। अकेले रहकर तुम्हारी ताकत का कोई अस्तित्व नहीं है। लेकिन जब तुम एकजुट होकर काम करते हो, तो कोई भी कार्य असंभव नहीं होता।"

 संगठन और एकता की ताकत

यह कहानी हमें सिखाती है कि केवल व्यक्तिगत ताकत से कोई बड़ी सफलता हासिल नहीं की जा सकती। जब हम एकजुट होकर काम करते हैं, तो हम बड़े से बड़े कार्य को भी आसानी से कर सकते हैं। हाथ की उंगलियों की तरह, यदि हम एक-दूसरे का सहयोग लें, तो हम कठिन से कठिन कार्य भी आसानी से कर सकते हैं।

"एकता में शक्ति है" – यह एक पुरानी कहावत है, लेकिन इसका महत्व आज भी उतना ही है। अकेले एक चना भाड़ नहीं फोड़ सकता, लेकिन जब कई चने मिलकर एकजुट होते हैं, तो वे किसी भी दीवार को तोड़ सकते हैं।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि

 किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए टीमवर्क और एकता बेहद जरूरी है। अकेले रहकर हम अपनी ताकत का पूरा इस्तेमाल नहीं कर सकते, लेकिन जब हम मिलकर काम करते हैं तो कोई भी मुश्किल असंभव नहीं होती। इसलिए जीवन में भी हमें एकता और सहयोग की अहमियत समझनी चाहिए।

Leave a comment