गौरैया और घमंडी हाथी की कहानी, प्रसिद्ध, अनमोल कहानियां subkuz.com पर
पेश है प्रसिद्ध और प्रेरणादायक कहानी, गौरैया और घमंडी हाथी
एक पेड़ पर एक चिड़िया अपने पति के साथ रहा करती थी। चिड़िया सारा दिन अपने घोंसले में बैठकर अपने अंडे सेती रहती थी और उसका पति दाने के लिए खाने का इंतजाम करता था। वो दोनों बहुत खुश थे और अंडे से बच्चों के निकलने का इंतजार कर रहे थे। एक दिन चिड़िया का पति दाने की तलाश में अपने घोंसलें से दूर गया हुआ था और चिड़िया अपने अंडों की देखभाल कर रही थी। तभी वहां एक हाथी मदमस्त चाल चलते हुए आया और पेड़ की शाखाओं को तोड़ने लगा। हाथी ने चिड़िया का घोंसला गिरा दिया, जिससे उसके सारे अंडे फूट गए। चिड़िया को बहुत दुख हुआ। उसे हाथी पर बहुत गुस्सा आ रहा था। जब चिड़िया का पति वापस आया, तो उसने देखा कि चिड़िया हाथी द्वारा तोड़ी गई शाखा पर बैठी रो रही है। चिड़िया ने पूरी घटना अपने पति को बताई, जिसे सुनकर उसके पति को भी बहुत दुख हुआ। उन दोनों ने घमंडी हाथी को सबक सिखाने का निर्णय लिया।
वो दोनों अपने एक दोस्त आँखफोड़वा के पास गए और उसे सारी बात बताई। आँखफोड़वा बोला कि हाथी को सबक मिलना ही चाहिए। आँखफोड़वा के दो दोस्त और थे, जिनमें से एक मधुमक्खी थी और एक मेंढक था। उन तीनों ने मिलकर हाथी को सबक सिखाने की योजना बनाई, जो चिड़िया को बहुत पसंद आई। अपनी योजना के तहत सबसे पहले मधुमक्खी ने हाथी के कान में गुनगुनाना शुरू किया। हाथी जब मधुमक्खी की मधुर आवाज में खो गया, तो आँखफोड़वा ने आकर हाथी की दोनों आखें फोड़ दी। हाथी दर्द के मारे चिल्लाने लगा और तभी मेंढक अपने परिवार के साथ आया और एक दलदल के पास टर्रटराने लगा। हाथी को लगा कि यहां पास में कोई तालाब होगा। वह पानी पीना चाहता था, इसलिए दलदल में जाकर फंसा। इस तरह चिड़िया ने मधुमक्खी, आँखफोड़वा और मेंढक की मदद से हाथी से बदला ले लिया।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि - एकता और विवेक का उपयोग करके बड़ी से बड़ी मुसीबत को हराया जा सकता है।
हमारा प्रयास है की इसी तरह से आप सभी के लिए भारत के अनमोल खजानों,जो की साहित्य कला कहानियों में मौजूद है उन्हें आप तक सरल भाषा में पहुंचाते रहें . ऐसे ही प्रेरणादायक कथा -कहानियों के लिए पढ़ते रहें subkuz.com