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Smartphone से थके लोग, Keypad Phones की बढ़ती डिमांड, जानें 4 बड़ी वजहें

Smartphone से थके लोग, Keypad Phones की बढ़ती डिमांड, जानें 4 बड़ी वजहें
Last Updated: 16 घंटा पहले

स्मार्टफोन के बढ़ते उपयोग के बावजूद, अब कीपैड फोन की डिमांड में पुनः इजाफा देखा जा रहा है। इसकी प्रमुख वजहें स्मार्टफोन से जुड़ी समस्याएं, प्राइवेसी चिंताएं, किफायती मूल्य, लंबी बैटरी लाइफ और विश्वसनीयता हैं. जब स्मार्टफोन का अस्तित्व नहीं था, तब कीपैड फोन का इस्तेमाल बहुत सामान्य था। इन फोन में केवल कॉलिंग और SMS जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध थीं, जो उस समय की आवश्यकता पूरी करती थीं।

लेकिन स्मार्टफोन के आने के बाद कीपैड फोन धीरे-धीरे अप्रचलित हो गए और विशेष रूप से युवाओं ने इनका उपयोग करना कम कर दिया। हालांकि, अब कुछ वर्षों बाद, स्मार्टफोन की जटिलताओं, बैटरी समस्याओं और प्राइवेसी संबंधी चिंताओं के कारण लोग फिर से कीपैड फोन की ओर रुख कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि किन कारणों से कीपैड फोन की डिमांड बढ़ रही है।

स्मार्टफोन से थक गए हैं लोग

आजकल स्मार्टफोन का उपयोग केवल कॉलिंग के लिए नहीं, बल्कि सोशल मीडिया और अन्य ऐप्स के लिए भी किया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप लोग पूरे दिन अपने फोन पर नोटिफिकेशंस का सामना करते हैं, जो मानसिक तनाव का कारण बनता है। लगातार सोशल मीडिया और ऐप्स के प्रभाव से लोग स्मार्टफोन से थक चुके हैं और अब इससे छुटकारा पाने की कोशिश कर रहे हैं।

इस तनाव से मुक्ति पाने के लिए लोग अब फीचर फोन की ओर आकर्षित हो रहे हैं। कीपैड फोन में केवल कॉलिंग और SMS की सुविधा होती है, जिससे यूजर्स बिना किसी बाहरी विकर्षण के फोन का उपयोग कर सकते हैं। यह सरलता और शांति की ओर लौटने का एक तरीका बन चुका है, और इसके परिणामस्वरूप कीपैड फोन की डिमांड फिर से बढ़ने लगी है।

फीचर फोन में प्राइवेसी की चिंता नहीं

स्मार्टफोन का बढ़ता उपयोग प्राइवेसी से जुड़ी चिंताओं को भी बढ़ा रहा है। साइबर क्राइम, डेटा लीक और जासूसी के मामलों ने लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है। स्मार्टफोन के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी के लीक होने का खतरा हमेशा बना रहता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है।

ऐसी स्थिति में फीचर फोन एक सुरक्षित विकल्प साबित हो रहा है। इनमें डेटा स्टोर करने की क्षमता सीमित होती है, जिससे डेटा लीक का खतरा बहुत कम रहता है। इसके अलावा, फीचर फोन में स्मार्टफोन के मुकाबले प्राइवेसी की चिंता भी कम होती है, यही कारण है कि लोग अपनी सुरक्षा के लिए फीचर फोन की ओर रुख कर रहे हैं।

कम कीमत

आजकल स्मार्टफोन की कीमत लगभग 10,000 रुपये से शुरू होती है, जबकि फीचर फोन बेहद किफायती होते हैं और 1,000-2,000 रुपये के बीच आसानी से मिल जाते हैं। इस बड़े मूल्य अंतर के कारण, जिन लोगों को केवल कॉलिंग और SMS के लिए फोन की आवश्यकता है, वे स्मार्टफोन की बजाय फीचर फोन को प्राथमिकता दे रहे हैं। स्मार्टफोन की उच्च कीमत की तुलना में फीचर फोन एक किफायती और सुविधाजनक विकल्प बनकर उभरे हैं।

लंबी बैटरी लाइफ और विश्वसनीयता

आजकल स्मार्टफोन और अन्य उपकरणों को बार-बार चार्ज करने की समस्या से कई लोग परेशान हैं। ऐसे में, फीचर फोन की बैटरी एक बेहतरीन समाधान बन कर सामने आई है। एक बार चार्ज करने पर ये फोन 3-4 दिनों तक आराम से चलते हैं, जिससे यूजर्स को बार-बार चार्जिंग की चिंता से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, फीचर फोन अधिक विश्वसनीय होते हैं। इनमें हैंग होने या वायरस के हमले की समस्या नहीं होती, जो स्मार्टफोन यूजर्स के लिए राहत का कारण है।

इन सभी कारणों से फीचर फोन की डिमांड में वृद्धि हो रही है और यह एक बार फिर से स्मार्टफोन के प्रतिस्पर्धी के रूप में उभर रहा है।

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