क्या आपने कभी सुना है कि आप अपनी छत पर मोबाइल टावर लगवाकर पैसे कमा सकते हैं? यह एक लुभावना ऑफर लगता है, लेकिन इसके पीछे एक बड़ा धोखाधड़ी का खेल है। हाल ही में, TRAI (Telecom Regulatory Authority of India) ने इस धोखाधड़ी से जुड़ी चेतावनी जारी की है, जिसमें लोग खुद को बड़े टेलीकॉम ब्रांड्स जैसे Airtel, Jio, BSNL और Vi के प्रतिनिधि बताकर लोगों से ठगी कर रहे हैं। वे लोगों को मोबाइल टॉवर लगाने का झांसा देकर जमीन या छत किराए पर लेने के नाम पर पैसे ऐंठते हैं, लेकिन अंत में न तो टॉवर लगता है, और न ही पैसे वापस मिलते हैं।
कैसे काम करता है यह स्कैम?
इस स्कैम में धोखेबाज खुद को टेलीकॉम कंपनियों का प्रतिनिधि बताते हैं और कहते हैं कि वे आपकी छत या जमीन पर मोबाइल टॉवर लगाएंगे। इसके बदले में वे आपको हर महीने एक तय रकम देने का वादा करते हैं। इसके अलावा, वे आपको यह भी बताते हैं कि आप इस "सौदे" से एक नौकरी भी पा सकते हैं। लेकिन जब लोग उनके झांसे में आकर पैसे देते हैं, तो ये ठग गायब हो जाते हैं, और न तो कोई टॉवर लगता है, न ही पैसे लौटते हैं।
TRAI की चेतावनी सतर्क रहें
TRAI ने साफ तौर पर बताया है कि न तो TRAI और न ही दूरसंचार विभाग कभी किसी को फोन करके या चिट्ठी लिखकर मोबाइल टॉवर लगाने के लिए नहीं कहते हैं। ये धोखेबाज लोग TRAI और दूरसंचार विभाग के नाम पर नकली कागजात बनाकर लोगों को धोखा देते हैं। भारत में मोबाइल टावर लगाने की अनुमति केवल कुछ कंपनियों को ही दी गई है, जैसे इंडस टावर्स, अमेरिकन टॉवर कॉर्पोरेशन और कुछ अन्य अधिकृत कंपनियां।
क्या करें अगर आपको ऐसे ऑफर मिलें?
• अगर कोई कंपनी आपसे कहे कि वे आपकी ज़मीन पर मोबाइल टॉवर लगाएंगे, तो पहले उनकी वैधता की जांच करें।
• आप दूरसंचार विभाग की वेबसाइट (dot.gov.in) पर जाकर यह पता कर सकते हैं कि वह कंपनी सरकार द्वारा अधिकृत है या नहीं।
• यदि किसी ऑफर में पैसे देने का दबाव डाला जा रहा हो या किसी दस्तावेज को तुरंत साइन करने के लिए कहा जा रहा हो, तो इसे संदिग्ध समझें और उससे बचें।
घर की छत पर मोबाइल टॉवर लगवाकर पैसे कमाने का यह ऑफर जितना आकर्षक लगता है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है। TRAI और अन्य टेलीकॉम कंपनियों ने इस धोखाधड़ी से बचने के लिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। हमेशा आधिकारिक स्रोत से जानकारी प्राप्त करें और किसी भी संदिग्ध ऑफर से दूर रहें, ताकि आप भी इस धोखाधड़ी का शिकार न हों।