एक छात्रा द्वारा आत्महत्या करने की घटना के बाद यूनिवर्सिटी सुर्खियों में आ गई है। मृत छात्रा बीडीएस सेकंड ईयर की स्टूडेंट थी और उसने अपने सुसाइड नोट में कॉलेज के कुछ शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले के बाद यूनिवर्सिटी में छात्रों और परिजनों के बीच भारी नाराजगी देखी गई। हालांकि इस दुखद घटना के इतर अगर बात करें तो शारदा यूनिवर्सिटी देश की जानी-मानी प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ में से एक है, खासकर डेंटल एजुकेशन के लिए।
अगर आप भी डेंटल सर्जन बनने का सपना देख रहे हैं और शारदा यूनिवर्सिटी से BDS (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) करना चाहते हैं, तो आपको यहां दी जा रही तमाम जानकारियों को समझना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं इस कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया, योग्यता, फीस स्ट्रक्चर और बाकी सभी अहम जानकारियां।
BDS कोर्स क्या है और इसकी कितनी अवधि होती है
बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी यानी BDS एक अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम है, जो उन छात्रों के लिए है जो डेंटल साइंस के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। इस कोर्स की अवधि कुल पांच साल होती है, जिसमें चार साल की पढ़ाई और एक साल की अनिवार्य इंटर्नशिप शामिल होती है। शारदा यूनिवर्सिटी में यह कोर्स डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (DCI) द्वारा मान्यता प्राप्त है।
शारदा यूनिवर्सिटी में BDS की फीस कितनी है
शारदा यूनिवर्सिटी में BDS कोर्स की सालाना फीस 3,65,000 रुपये है। इस हिसाब से पूरे पांच साल की पढ़ाई और इंटर्नशिप में कुल मिलाकर लगभग 18 लाख रुपये तक का खर्च आता है। हालांकि यह फीस समय और यूनिवर्सिटी की पॉलिसी के अनुसार थोड़ी-बहुत बदल भी सकती है।
वहीं विदेशी छात्रों के लिए यह फीस करीब 6,000 अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष तय की गई है, जो भारतीय रुपये में लगभग 5,17,000 रुपये बैठती है।
एडमिशन के लिए जरूरी योग्यता क्या है
शारदा यूनिवर्सिटी में BDS कोर्स में दाखिला लेने के लिए उम्मीदवार को कुछ शैक्षणिक योग्यता पूरी करनी होती है।
- 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और इंग्लिश होना जरूरी है
- जनरल कैटेगरी के लिए न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक जरूरी हैं
- एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के छात्रों को 40 प्रतिशत तक की छूट मिलती है
- नीट यूजी परीक्षा में क्वालिफाइ करना अनिवार्य है
एडमिशन प्रक्रिया कैसे होती है
शारदा यूनिवर्सिटी में BDS कोर्स में दाखिला सिर्फ नीट (NEET UG) के माध्यम से ही होता है। इसके लिए पहले उम्मीदवार को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) पास करनी होगी। उसके बाद मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा आयोजित काउंसलिंग में भाग लेना होता है।
काउंसलिंग के दौरान उम्मीदवार को शारदा यूनिवर्सिटी को अपने विकल्प के रूप में चुनना होता है। अगर काउंसलिंग में सीट अलॉट होती है तो उम्मीदवार को संबंधित डॉक्यूमेंट्स के साथ यूनिवर्सिटी में रिपोर्ट करना होता है और निर्धारित फीस जमा करके दाखिला पक्का करना होता है।
एडमिशन के समय कौन से दस्तावेज जरूरी होते हैं
- नीट यूजी का स्कोरकार्ड
- नीट का एडमिट कार्ड
- 10वीं और 12वीं की मार्कशीट व प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- कास्ट सर्टिफिकेट (यदि लागू हो)
- मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट
- फीस भुगतान की रसीद
इन सभी दस्तावेजों को मूल और फोटोकॉपी दोनों रूप में ले जाना जरूरी होता है।
शारदा यूनिवर्सिटी क्यों है खास
शारदा यूनिवर्सिटी को डेंटल शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित संस्थान माना जाता है। यहां अत्याधुनिक लैब्स, डेंटल हॉस्पिटल, अनुभवी फैकल्टी और इंडस्ट्री एक्सपोजर की सुविधाएं मौजूद हैं। इसके अलावा स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप के अच्छे अवसर मिलते हैं और कुछ को कैंपस प्लेसमेंट भी मिल जाता है।
शारदा यूनिवर्सिटी की स्थापना 2009 में हुई थी और यह यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) द्वारा मान्यता प्राप्त है। इसका मुख्य परिसर नोएडा में स्थित है, जबकि अन्य ब्रांचेज आगरा और उज्बेकिस्तान में भी मौजूद हैं।