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America Trade Deal 2025: कल अमेरिका दौरे पर जाएंगे पीयूष गोयल, दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर लगेगी मुहर!

America Trade Deal 2025: कल अमेरिका दौरे पर जाएंगे पीयूष गोयल, दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर लगेगी मुहर!

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते (Trade Deal) को अंतिम रूप देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 22 सितंबर को अमेरिका का दौरा करेंगे। 

नई दिल्ली: अमेरिका और भारत के रिश्तों में खटास के बीच एक सकारात्मक खबर सामने आई है। दोनों देशों के बीच ट्रेड डील पर बातचीत फिर से शुरू होने की संभावना है। इसी क्रम में भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 22 सितंबर को अमेरिका का दौरा करेंगे। अमेरिका में भारत के प्रतिनिधिमंडल की अमेरिकी टीम से मुलाकात होने की संभावना है, जिसमें दोनों देश इस ट्रेड डील पर बातचीत करके इसे मूर्त रूप देने की कोशिश करेंगे।

ट्रेड डील पर नई उम्मीदें

सूत्रों के अनुसार, पीयूष गोयल के अमेरिका दौरे का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच लंबित व्यापार समझौते को अंतिम रूप देना है। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत के दौरान भारत की टीम ट्रेड डील के सभी पहलुओं पर चर्चा करेगी, जिसमें टैरिफ, तकनीकी सहयोग और निवेश प्रोत्साहन शामिल हैं। यह दौरा पिछले हफ्ते की 16 सितंबर की बैठक का विस्तार है। 

उस बैठक में भारत के स्पेशल सचिव राजेश अग्रवाल और अमेरिका के ब्रैंडन लिंच की टीम ने व्यापार समझौते पर चर्चा की थी। अब केंद्रीय मंत्री खुद अमेरिका जाकर इन चर्चाओं को मूर्त रूप देने की कोशिश करेंगे।

अमेरिकी H1-B वीजा शुल्क का प्रभाव

अमेरिका ने हाल ही में H1-B वीजा की फीस को 1,00,000 डॉलर तक बढ़ाने का एलान किया है। इस कदम से भारतीय तकनीकी क्षेत्र को गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। भारतीय आईटी कंपनियों के लिए अमेरिकी कर्मचारियों की लागत बढ़ जाएगी, जिससे प्रोजेक्ट और निवेश पर असर पड़ सकता है।

इस स्थिति में भारत का अमेरिका दौरा विशेष महत्व रखता है, क्योंकि व्यापार समझौते के जरिए आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना और तकनीकी क्षेत्रों में बाधाओं को कम करना दोनों देशों के लिए लाभकारी होगा।

केंद्रीय मंत्री का दौरा: क्या है महत्व

पीयूष गोयल का अमेरिका दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक माना जा रहा है। टैरिफ के बाद पहला दौरा: अमेरिका ने भारत पर कुछ उत्पादों पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया है। इस स्थिति में यह दौरा भारत की व्यापारिक मजबूती और बातचीत क्षमता को दर्शाता है। सुपर ट्रेड टीम का नेतृत्व: पीयूष गोयल के साथ राजेश अग्रवाल भी इस दौरे में शामिल होंगे। 

यह टीम दोनों देशों के बीच गंभीर और परिणामोन्मुखी वार्ता करने के लिए तैयार है। 16 सितंबर को हुई बैठक में भारत और अमेरिका के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। अमेरिकी पक्ष ने भारत के उत्पादों पर नए टैरिफ का जिक्र किया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने H1-B वीजा शुल्क और तकनीकी सहयोग को लेकर अपनी चिंता जताई। दोनों पक्षों ने सकारात्मक संकेत देते हुए आगे की बातचीत के लिए सहमति जताई।

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