भोपाल के कटारा हिल्स में ढाबे के 150 रुपये के बिल को लेकर खूनी संघर्ष हुआ। हमले में एक युवक के पेट में तंदूर की रॉड घुस गई। घायल समेत कई लोग अस्पताल में भर्ती, पुलिस ने काउंटर केस दर्ज किया।
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मामूली विवाद बड़े खूनी संघर्ष में बदल गया। कटारा हिल्स थाना क्षेत्र के एक ढाबे पर मात्र 150 रुपये को लेकर झगड़ा इतना भड़क गया कि दो पक्षों में हाथापाई और जमकर मारपीट हुई। इस हिंसा में एक युवक दिनेश राजपूत के पेट में तंदूर की रॉड घुस गई, जिससे उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों पर काउंटर केस दर्ज किया है।
ढाबे पर बकाया 150 रुपये से विवाद शुरू
जानकारी के अनुसार, रविवार रात करीब 9 बजे अवधनारायण, रितिक और उनका एक साथी सेठजी ढाबे पहुंचे और मटन का ऑर्डर किया। बिल कुल 650 रुपये का बना, लेकिन उन्होंने केवल 500 रुपये ही दिए। ढाबा संचालक किशोर चौकसे और उनके बेटों ने बकाया 150 रुपये मांगे।
इस मामूली पैसे के विवाद ने देखते ही देखते खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। बकाया राशि मांगने पर दोनों पक्षों में बहस शुरू हुई और विवाद तेजी से बढ़ा।
हाथापाई और तोड़फोड़
झगड़ा बढ़ते ही एक युवक ने अपने ग्रामीणों को बुला लिया। देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग ढाबे पर जमा हो गए और हाथापाई, पथराव तथा जमकर तोड़फोड़ शुरू हो गई। गुस्साई भीड़ ने ढाबे के पास स्थित कार सर्विस सेंटर की कई कारों के कांच तोड़ दिए।
हिंसा में शामिल ढाबा संचालक किशोर चौकसे और उनके बेटे प्रियांशु व सनी भी घायल हो गए। वहीं, अवधनारायण, रितिक, प्रिंस और देवी सिंह भी झगड़े में चोटिल हुए।
गंभीर चोट और अस्पताल में भर्ती
इस विवाद में सबसे गंभीर चोट दिनेश राजपूत को लगी। पेट में तंदूर की रॉड घुसने से उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। घायल सभी को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया और दोनों पक्षों से बयान दर्ज किए। अस्पताल में उपचार के दौरान दिनेश की निगरानी की जा रही है।
कटारा हिल्स पुलिस ने काउंटर केस दर्ज किया
कटारा हिल्स पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर काउंटर केस दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामूली विवाद को लेकर हिंसा बढ़ी और कई लोग घायल हुए।
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि ऐसी घटनाओं में कानून सख्ती से लागू किया जाएगा। पुलिस क्षेत्र में निगरानी बढ़ा रही है और दोनों पक्षों से समझौते के प्रयास भी किए जा रहे हैं।