बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चिराग पासवान ने एलजेपी द्वारा एनडीए से 50 सीटों की मांग की अटकलों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि गठबंधन धर्म का पालन हमेशा किया है और सीटों पर कोई सार्वजनिक चर्चा नहीं की।
पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है। इस बीच लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर उठी अटकलों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा एनडीए से 50 सीटों की मांग करने की खबरें निराधार हैं और उन्होंने हमेशा गठबंधन के नियमों और मर्यादा का पालन किया है।
चिराग पासवान ने तोड़ी चुप्पी
एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू में चिराग पासवान ने कहा, "मुझे नहीं पता कि मैं 40 से अधिक सीट मांग रहा हूं या 50 कम सीटें। यह सब बातें केवल अटकलें हैं। इनका कोई वास्तविक आधार नहीं है। मैंने हमेशा गठबंधन धर्म का पालन किया है और यही वजह है कि चुनावों के दौरान मैंने कभी भी सीटों को लेकर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की।"
उन्होंने आगे कहा कि गठबंधन के भीतर जब तक कोई निर्णय अंतिम रूप से तय नहीं होता, तब तक किसी भी तरह की चर्चा या बयानबाजी अनुचित है। यह साफ संकेत है कि एलजेपी अपनी रणनीति चुनाव आयोग की आधिकारिक घोषणा से पहले सार्वजनिक नहीं करना चाहती।
एलजेपी की सीटों को लेकर राजनीतिक अटकलें तेज
बिहार में हाल ही में टीवी9 डिजिटल की एक बैठक में अरुण भारती ने एलजेपी की ओर से अधिक सीटों की इच्छा जताई थी। उन्होंने कहा था, "जब दो सीट जीतने वाले को 12 सीटें मिल सकती हैं, तो क्यों न उन्हें अधिक सीटें दी जाएं। हर दल चाहता है कि उसे अधिक प्रतिनिधित्व मिले।" इस बयान के बाद राजनीतिक विशेषज्ञों और मीडिया में एलजेपी की 50 सीट मांग को लेकर चर्चा शुरू हो गई।
हालांकि चिराग पासवान ने स्पष्ट किया कि यह सिर्फ अटकलें हैं और किसी भी तरह की सच्चाई नहीं हैं। उन्होंने यह भी जोर दिया कि पार्टी हमेशा से गठबंधन की मर्यादा का पालन करती आई है।
2024 लोकसभा चुनाव ने पार्टी की उम्मीदें बढ़ाईं
एलजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में पांच सीटें जीतकर सभी पर कब्जा किया था। इस सफल प्रदर्शन को लेकर पार्टी में विश्वास और उम्मीदें बढ़ गई हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इसी कारण पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा अधिक सीटों की मांग करने की बातें उठी थीं।
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि चुनाव से पहले गठबंधन के भीतर किसी भी सीटों के बंटवारे पर केवल चर्चा और विचार-विमर्श होना चाहिए। उन्होंने मीडिया और विपक्षी दलों से अपील की कि वे अटकलों को वास्तविक मुद्दे के रूप में न पेश करें।
विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी
बिहार में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। मौजूदा सरकार का कार्यकाल नवंबर महीने तक है। चुनाव आयोग ने अब तक चुनाव की आधिकारिक तारीखों का ऐलान नहीं किया है। राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं और गठबंधन की रणनीति तय करने में जुटे हैं।
चिराग पासवान का स्पष्ट बयान एलजेपी की सियासी स्थिति को मजबूत करने के साथ-साथ गठबंधन में विवादों को टालने का प्रयास है। एलजेपी का गठबंधन के प्रति स्थिर रवैया यह दर्शाता है कि पार्टी चुनावी राजनीति में अनुशासित और रणनीतिक कदम उठाना चाहती है।