हॉकी एशिया कप 2025 में भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन जारी है। सुपर-4 के पूल मैच में भारत ने मलेशिया को 4-1 से मात देकर अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई। मौजूदा टूर्नामेंट में अब तक भारत अपराजेय रहा है और यह जीत उसकी लगातार सफलता की कहानी को और मजबूत करती है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: राजगीर में जारी हॉकी एशिया कप 2025 में भारतीय टीम ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए शानदार लय कायम रखी है। पूल-ए के सभी मैच जीतने के बाद भारत ने सुपर-4 मुकाबले में भी दमदार प्रदर्शन करते हुए मलेशिया को 4-1 से हराया। इस जीत में मनप्रीत, सुखजीत, विवेक सागर प्रसाद और शैलेंद्र लाकड़ा ने गोल दागे और टीम को मजबूती दिलाई। भारतीय खिलाड़ियों के इस शानदार प्रदर्शन ने विरोधी टीम को कोई मौका नहीं दिया और जीत के नायक बने।
दूसरे क्वार्टर में भारत की जोरदार वापसी
मैच की शुरुआत मलेशिया के दबदबे के साथ हुई। पहले क्वार्टर में मलेशियाई टीम ने गेंद पर अधिक नियंत्रण रखा और लगातार आक्रमण किए। इसी दौरान शफीक हसन ने गोल दागकर मलेशिया को 1-0 की बढ़त दिलाई। भारतीय डिफेंस थोड़ी देर के लिए बिखरा हुआ नजर आया और मलेशियाई खिलाड़ी इसका फायदा उठाने में कामयाब रहे।
दूसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने पूरी रणनीति बदल दी और आक्रामक खेल दिखाया। इसी दौरान मनप्रीत सिंह ने शानदार फील्ड गोल दागकर स्कोर 1-1 कर दिया। इसके तुरंत बाद सुखजीत सिंह ने सटीक प्रहार किया और भारत को 2-1 की बढ़त दिलाई। इस लय को आगे बढ़ाते हुए शैलेंद्र लाकड़ा ने तीसरा गोल दागा और स्कोर 3-1 कर दिया। लगातार तीन गोल दागने के बाद भारतीय टीम का आत्मविश्वास चरम पर पहुंच गया और मलेशिया रक्षात्मक खेल में उलझ गया।
विवेक सागर प्रसाद का निर्णायक गोल
तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमों के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। मलेशिया ने वापसी की कोशिश की लेकिन भारतीय डिफेंस ने कोई मौका नहीं दिया। इसी बीच 37वें मिनट में विवेक सागर प्रसाद ने चौथा गोल दागकर भारत को 4-1 की मजबूत बढ़त दिला दी। इसके बाद मैच के अंतिम क्वार्टर में दोनों ओर से गोल करने की कोशिशें हुईं, लेकिन कोई टीम सफल नहीं हो सकी
भारतीय टीम के स्टार डिफेंडर और कप्तान हरमनप्रीत सिंह के लिए यह मैच बेहद खास रहा। यह उनका 250वां अंतरराष्ट्रीय मुकाबला था। हरमनप्रीत अब तक भारतीय हॉकी के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में गिने जाते हैं और पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने में उनकी महारथ का कोई जवाब नहीं। उन्होंने अपने करियर में अब तक 285 गोल दागे हैं, जो उन्हें दुनिया के सबसे सफल डिफेंडर्स में शामिल करता है।