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IIT-खड़गपुर में PhD छात्र ने की आत्महत्या, पुलिस ने शुरू की जांच

IIT-खड़गपुर में PhD छात्र ने की आत्महत्या, पुलिस ने शुरू की जांच

आईआईटी खड़गपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के पीएचडी छात्र हर्षकुमार पांडे का शव फांसी पर लटका मिला। यह इस साल संस्थान में आत्महत्या का छठा संदिग्ध मामला है। प्रशासन ने जांच और मानसिक स्वास्थ्य पहल तेज कर दी है।

कोलकाता: आईआईटी-खड़गपुर के बीआर आंबेडकर हॉल स्थित छात्रावास में शनिवार को 27 वर्षीय पीएचडी छात्र हर्षकुमार पांडे का शव फांसी पर लटका हुआ मिला। हर्षकुमार रांची के रहने वाले थे और मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में पीएचडी कर रहे थे। यह साल में संस्थान में पांचवीं और पिछले 12 महीनों में छठी अप्राकृतिक मौत है, जिसने परिसर में तनाव और चिंता को बढ़ा दिया है।

आईआईटी छात्रावास में छात्र का शव मिला

सूत्रों के अनुसार, शनिवार दोपहर करीब 2 बजे हर्षकुमार का शव उनके कमरे में फांसी पर लटका मिला। घटना की सूचना मिलने के बाद आईआईटी प्रशासन और हिजली पुलिस मौके पर पहुंचे। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, और दस्तक देने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर पुलिस ने दरवाजा तोड़ा। पुलिस ने हर्षकुमार को बी सी रॉय अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की आशंका जताई गई है।

हर्षकुमार ने इसी जनवरी में पीएचडी प्रोग्राम में प्रवेश लिया था और थर्मल एवं फ्लूइड इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता हासिल कर रहे थे। कैंपस सूत्रों ने बताया कि हाल ही में हुए एक परीक्षा में खराब प्रदर्शन के बाद वह मानसिक रूप से परेशान और उदास थे।

संस्थान ने छात्र की मौत पर गहरा दुख जताया

संस्थान की निदेशक सुमन चक्रवर्ती ने कहा, "यह हृदयविदारक क्षति हम सभी को गहरे शोक में डालती है। इस समय जब संस्थान छात्र सुरक्षा और कल्याण के लिए कई पहल कर रहा है, ऐसे में यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।"

आईआईटी प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक तथ्य-खोजी समिति का गठन किया है। साथ ही, छात्र कल्याण के लिए विशेषज्ञ पैनल द्वारा सिफारिशों के आधार पर कई कदम उठाए जा रहे हैं।

छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए उठाए जा रहे जरूरी कदम

आईआईटी-खड़गपुर में छात्रों के तनाव और मानसिक स्वास्थ्य को कम करने के लिए SETU नामक एआई संचालित पहल शुरू की गई है। इसके अलावा, छात्र कल्याण के डीन का पद सृजित किया गया, परामर्श केंद्र का पुनर्गठन किया गया, और छात्रावासों में छात्र टास्क फोर्स की स्थापना की गई है। डिप्रेशन मैनेजमेंट वर्कशॉप और 24x7 मानसिक स्वास्थ्य परामर्श सेवाएं छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए उपलब्ध हैं।

IIT खड़गपुर में इस साल छह मौतें हुई 

आईआईटी खड़गपुर में इस साल अब तक छह अप्राकृतिक मौतें हुई हैं। जनवरी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र शॉन मलिक, अप्रैल में ओशन इंजीनियरिंग के छात्र अनिकेत वाकर, मई में सिविल इंजीनियरिंग के छात्र मोहम्मद आसिफ कमर, जुलाई में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र रीतम मंडल, और जुलाई में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र चंद्रदीप पवार की मौत हो चुकी है।

इन घटनाओं ने संस्थान में छात्रों और शिक्षकों के बीच चिंता और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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