केएल राहुल और शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में 0 पर दो विकेट गिरने के बाद 174 रन की नाबाद साझेदारी कर 148 साल पुराने इतिहास में दुर्लभ रिकॉर्ड बनाया। यह टेस्ट क्रिकेट में ऐसी सिर्फ तीसरी बार हुआ है।
IND vs ENG: मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में खेले जा रहे इंग्लैंड बनाम भारत टेस्ट सीरीज के चौथे मैच ने क्रिकेट प्रेमियों को एक ऐसा पल दिया, जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। चौथे दिन टीम इंडिया की दूसरी पारी की शुरुआत बेहद खराब रही। पहले ही ओवर में बिना खाता खोले दोनों शुरुआती बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। स्कोरबोर्ड पर 0/2 का आंकड़ा किसी भी टीम के लिए संकट का संकेत होता है। लेकिन इसी मुश्किल घड़ी में केएल राहुल और कप्तान शुभमन गिल ने न सिर्फ टीम को संभाला बल्कि एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया जो 148 साल के टेस्ट इतिहास में महज तीसरी बार दर्ज हुआ है।
शुरुआत में संकट, फिर आया ठहराव
भारत ने पहली पारी में बड़ा स्कोर नहीं बनाया था और इंग्लैंड 311 रनों की बढ़त ले चुका था। दूसरी पारी की शुरुआत में लगातार दो विकेट शून्य पर गिरने के बाद ऐसा लग रहा था कि भारत पारी से हार की ओर बढ़ रहा है। लेकिन केएल राहुल (नाबाद) और शुभमन गिल (नाबाद) ने धैर्य, तकनीक और मानसिक मजबूती का शानदार उदाहरण पेश किया। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए नाबाद 174 रन की साझेदारी कर मैच का रुख बदल दिया।
148 साल में सिर्फ तीसरी बार हुआ ऐसा
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 1877 से लेकर अब तक हजारों मैच खेले जा चुके हैं। लेकिन दो विकेट बिना किसी रन के गिरने के बाद तीसरे विकेट के लिए 100+ रन की साझेदारी अब तक केवल तीन बार ही हुई है।
- 1902 – इंग्लैंड के आर्ची मैक्लॉरेन और स्टेनली जैक्सन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लॉर्ड्स में 102 रन की साझेदारी की।
- 1977-78 – भारत के मोहिंदर अमरनाथ और गुंडप्पा विश्वनाथ ने मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 105 रन जोड़े।
- 2025 – अब केएल राहुल और शुभमन गिल ने मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ 174+ रन की अपराजित साझेदारी कर इस दुर्लभ सूची में अपना नाम दर्ज कराया।
दबाव में खेले राहुल और शुभमन
इस साझेदारी को खास बनाती है परिस्थितियां। इंग्लैंड के गेंदबाज लगातार उछाल और स्विंग का फायदा उठा रहे थे। बादल छाए होने के कारण गेंदबाजों को मदद मिल रही थी। शुरुआती दो विकेट जल्दी गिरने के बाद स्टेडियम में मौजूद भारतीय फैंस के चेहरे पर निराशा साफ झलक रही थी। लेकिन राहुल और गिल की संयमित बल्लेबाजी ने माहौल बदल दिया। हर डिफेंसिव शॉट, हर रन और हर ओवर भारतीय ड्रेसिंग रूम को राहत देता गया।
क्यों खास है यह साझेदारी?
- यह रिकॉर्ड 148 साल में सिर्फ तीसरी बार बना।
- 0 पर 2 विकेट गिरने के बाद इतनी लंबी साझेदारी अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी बन चुकी है।
- दोनों बल्लेबाज अभी तक नाबाद हैं, यानी यह रिकॉर्ड और भी आगे बढ़ सकता है।
- मानसिक दबाव और विदेशी पिच पर बल्लेबाजी की चुनौती को देखते हुए इसे आधुनिक टेस्ट क्रिकेट की बेहतरीन साझेदारियों में गिना जाएगा।
टीम इंडिया के लिए क्या मायने रखता है यह प्रयास?
भारत के लिए यह साझेदारी केवल रन जोड़ने की कहानी नहीं है, बल्कि यह मैच बचाने की जद्दोजहद है। 311 रन से पिछड़ने के बाद टीम का लक्ष्य अब पारी की हार से बचना और मैच को ड्रॉ की ओर ले जाना है। क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि अगर राहुल और गिल चौथे दिन का खेल पूरा कर लेते हैं और पांचवें दिन भी कुछ समय टिके रहते हैं, तो भारत मुकाबले को बचा सकता है।
सोशल मीडिया पर बढ़ी उम्मीदें
राहुल और शुभमन के इस प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर फैंस की प्रतिक्रियाएं उमड़ आईं। कई लोगों ने इसे '2025 का एडिलेड मोमेंट' बताया, तो कुछ ने लिखा – 'यह सिर्फ साझेदारी नहीं, जज्बे का नाम है।' वहीं, पूर्व क्रिकेटरों ने भी ट्वीट कर दोनों की तकनीक और मानसिक मजबूती की सराहना की।
आगे क्या?
अब सभी की निगाहें पांचवें दिन पर टिकी हैं। क्या राहुल और गिल इस रिकॉर्ड साझेदारी को दोहरे शतक तक पहुंचा पाएंगे? क्या टीम इंडिया मैच को ड्रॉ करा लेगी? अगर ऐसा होता है, तो यह किसी जीत से कम नहीं होगा।