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iPhone और Android पर नया खतरा: एक चूक से डिवाइस हैक होने का दावा रिपोर्ट में

iPhone और Android पर नया खतरा: एक चूक से डिवाइस हैक होने का दावा रिपोर्ट में

नई स्टडी में सामने आया है कि iPhone यूजर्स को Android यूजर्स की तुलना में काफी ज्यादा स्पैम और फ्रॉड मैसेज मिलते हैं, जिससे साइबर हमलों का खतरा बढ़ जाता है. रिपोर्ट के अनुसार, Android में मौजूद AI आधारित सिक्योरिटी सिस्टम हर महीने अरबों स्पैम कॉल और मैसेज ब्लॉक करता है, जबकि iPhone इस मामले में पीछे दिखा.

iPhone Vs Android Security Report: एक नई अंतरराष्ट्रीय स्टडी में खुलासा हुआ है कि iPhone यूजर्स को Android यूजर्स की तुलना में 58% ज्यादा फिशिंग और फ्रॉड मैसेज प्राप्त होते हैं. यह शोध Google और YouGov द्वारा भारत और ब्राजील सहित कई देशों में किया गया, जिसमें 5,000 स्मार्टफोन यूजर्स शामिल थे. रिपोर्ट में बताया गया कि Android सिस्टम की AI सिक्योरिटी हर महीने 10 अरब से अधिक स्पैम कॉल और मैसेज फिल्टर करती है, जबकि iPhone यूजर्स को लगातार स्कैम लिंक और फेक मैसेज का सामना करना पड़ता है. यह अंतर बताता है कि प्रीमियम फोन खरीदना ही सुरक्षा की गारंटी नहीं है.

Android की AI सुरक्षा

रिपोर्ट के अनुसार, Google ने Android सिस्टम में AI-आधारित सिक्योरिटी को गहराई से इंटीग्रेट किया है जो बड़ी संख्या में स्पैम और फ्रॉड कम्युनिकेशन को ब्लॉक करती है. कंपनी का दावा है कि हर महीने 10 अरब से ज्यादा स्पैम कॉल्स और मैसेज फिल्टर किए जाते हैं. यही वजह है कि Android डिवाइस, खासकर Google Pixel सीरीज़, फिशिंग और फ्रॉड से सुरक्षा को लेकर अधिक भरोसेमंद माने जा रहे हैं.

इसी बीच, AI आधारित धोखाधड़ी भी तेजी से बढ़ रही है. Google ने कहा है कि दुनिया भर में AI-संचालित फ्रॉड से हर साल लगभग 400 अरब डॉलर का नुकसान होता है. ऐसे हालात में स्मार्ट स्क्रीनिंग और AI प्रोटेक्शन जरूरत बन चुका है, खासकर उन यूज़र्स के लिए जो नियमित रूप से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते हैं.

Pixel 10 Pro ने सिक्योरिटी टेस्ट में मारी बाजी

Leviathan Security Group की एक अन्य रिपोर्ट में हाई-एंड स्मार्टफोन्स की सुरक्षा की तुलना की गई जिसमें iPhone 17, Google Pixel 10, Motorola Razr+, और Samsung Galaxy Z Fold 7 शामिल थे. इस परीक्षण में Google Pixel 10 Pro सबसे सुरक्षित स्मार्टफोन साबित हुआ. डिफॉल्ट सिक्योरिटी लेयर और उन्नत फ्रॉड फिल्टरिंग के कारण इसे बेहतर रेटिंग मिली.

विशेषज्ञों का मानना है कि Android स्मार्टफोन, खासकर Pixel डिवाइस, बढ़ती डिजिटल ठगी के दौर में अधिक मजबूती प्रदान कर रहे हैं. वहीं Apple के लिए यह संकेत है कि मैसेज फ़िल्टरिंग और एंटी-स्कैम प्रोटेक्शन को और बेहतर करने की आवश्यकता है.

iPhone बनाम Android की सुरक्षा बहस में यह स्टडी नया मोड़ लाती है. नतीजे बताते हैं कि केवल महंगा फोन खरीद लेना सुरक्षा की गारंटी नहीं है. AI-आधारित फ़िल्टरिंग Android को इस समय साइबर सुरक्षा में बढ़त दे रही है और Pixel 10 Pro इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. भविष्य में सुरक्षा तकनीक ही स्मार्टफोन का असली पैमाना बनेगी.

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