RSS प्रमुख मोहन भागवत जबलपुर पहुंचे, 25 अक्टूबर से 3 नवंबर तक रहेंगे। 28 अक्टूबर से 1 नवंबर तक अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक आयोजित होगी, जिसमें संघ के 46 प्रांतों के प्रतिनिधि और वरिष्ठ पदाधिकारी संगठन की रणनीति और शताब्दी समारोह की समीक्षा करेंगे।
जबलपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत शनिवार को जबलपुर पहुंचे। वे 25 अक्टूबर से 3 नवंबर तक शहर में रहेंगे और इस दौरान संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों और स्थानीय कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। मोहन भागवत का यह पहला मौका है जब वे लगातार 8 दिन तक जबलपुर में ठहरेंगे।
इस अवधि में वे संघ की अहम वार्षिक बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसमें देशभर से संघ के पदाधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित होंगे। बैठक 28 अक्टूबर से 1 नवंबर 2025 तक आयोजित होगी।
जबलपुर में अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक

जबलपुर में आयोजित इस अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में संघ के 46 प्रांतों से प्रतिनिधि शामिल होंगे। बैठक विजयनगर क्षेत्र में आयोजित हो रही है और इसे संगठन की रणनीतियों और भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श के लिए महत्वपूर्ण मंच माना जा रहा है।
RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह-सरकार्यवाह और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी बैठक में उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में संघ की संगठनात्मक गतिविधियों, रणनीतियों और आगामी पहलों पर भी चर्चा होगी।
शताब्दी समारोह और ‘पंच परिवर्तन’ पहल पर चर्चा
आयोजन में RSS के 101वें वर्ष में प्रवेश के बाद शताब्दी समारोह की समीक्षा प्रमुख एजेंडा रहेगी। अक्टूबर 2026 तक की ‘पंच परिवर्तन’ जैसी पहलों पर विचार होगा। विशेष रूप से विजयादशमी संबोधन, शताब्दी वर्ष के राष्ट्रीय आयोजनों की समीक्षा और संगठनात्मक गतिविधियों का मूल्यांकन बैठक में किया जाएगा। इस चर्चा के माध्यम से संघ अपनी आगामी योजनाओं और रणनीतियों को अंतिम रूप देगा।
कार्यक्रम की शुरुआत 28 अक्टूबर
प्रमुख कार्यक्रम की शुरुआत 28 अक्टूबर से होगी। पहले दिन अखिल भारतीय अधिकारी, क्षेत्र कार्यवाहक और प्रचारक अपनी बैठक करेंगे। 29 अक्टूबर को प्रांत स्तर के कार्यवाहक और प्रचारक चर्चा में शामिल होंगे। अंतिम दिन यानी 30 अक्टूबर को बैठक के निष्कर्ष और आगामी कार्ययोजना पर विचार किया जाएगा।
स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर स्वयंसेवक भी बैठक में हिस्सा लेंगे। शहर में सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाओं को मजबूत किया गया है ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संपन्न हो सके।












