ओवल में खेले जा रहे भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के निर्णायक मुकाबले से पहले जसप्रीत बुमराह को अचानक टीम से बाहर किए जाने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। बीसीसीआई ने भले ही इसे 'वर्कलोड मैनेजमेंट' बताया हो, लेकिन रिपोर्ट्स इशारा कर रही हैं कि मामला एक हल्की घुटने की चोट से जुड़ा है। अब ये चर्चा का विषय बन गया है कि क्या यह फैसला सही समय पर लिया गया।
Sports News: 31 जुलाई को जब भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का पांचवां और निर्णायक मुकाबला शुरू होने जा रहा था, ठीक उससे पहले बीसीसीआई ने एक प्रेस रिलीज जारी कर यह जानकारी दी कि जसप्रीत बुमराह को “वर्कलोड मैनेजमेंट” के तहत टीम से रिलीज किया जा रहा है। यह खबर क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के लिए हैरानी का विषय बन गई, क्योंकि सीरीज अपने नाजुक मोड़ पर थी और बुमराह जैसे अनुभवी गेंदबाज की जरूरत टीम को महसूस हो सकती थी।
हालांकि, बाद में आई मीडिया रिपोर्ट्स ने इस फैसले की दूसरी परतें उजागर कीं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, बुमराह को घुटने में हल्की चोट लगी है और इसी कारण उन्हें नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) में रिहैब के लिए भेजा गया है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, "यह चिंता की बात नहीं है। चोट मामूली है और सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ेगी। मेडिकल टीम उनकी स्कैन रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।"
ओवल टेस्ट से पहले टीम से अलग क्यों किए गए बुमराह?
बड़ा सवाल यह है कि अगर चोट गंभीर नहीं है, तो फिर जसप्रीत बुमराह को सीरीज के सबसे अहम टेस्ट मैच से पहले टीम से अलग क्यों किया गया? क्या टीम इंडिया उन्हें सिर्फ आराम देना चाहती थी, या फिर कोई रणनीतिक वजह भी थी?
कई विशेषज्ञों का मानना है कि बुमराह भले ही अंतिम एकादश में न होते, लेकिन उनकी ड्रेसिंग रूम में मौजूदगी युवा गेंदबाजों के आत्मविश्वास को मजबूत कर सकती थी। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स भी चोट के कारण अंतिम टेस्ट नहीं खेल रहे, लेकिन फिर भी टीम के साथ जुड़े हुए हैं। ऐसे में बुमराह की वापसी पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
बुमराह की गैरमौजूदगी में तेज गेंदबाजों की शानदार वापसी
बुमराह जैसे सीनियर गेंदबाज की अनुपस्थिति के बावजूद टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने ओवल टेस्ट में दमदार प्रदर्शन किया है। मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी क्रम को चौथे दिन के अंतिम सत्र में बुरी तरह झकझोर दिया।
इंग्लैंड को जीत के लिए 374 रनों का लक्ष्य मिला था, और चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक उन्होंने 6 विकेट पर 339 रन बना लिए थे। भारत को अब जीत के लिए केवल 4 विकेट चाहिए, जबकि इंग्लैंड को 35 रन। ऐसे में मुकाबला बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है।
आगे क्या होगा बुमराह की फिटनेस को लेकर?
अब बुमराह की निगरानी बीसीसीआई की मेडिकल टीम द्वारा की जा रही है। उन्हें बेंगलुरु स्थित NCA के Centre of Excellence में भेजा गया है, जहां वे अपनी चोट की रिकवरी के लिए रिहैब प्रक्रिया से गुजरेंगे। संभावना जताई जा रही है कि वह अगली सीरीज से पहले पूरी तरह फिट होकर टीम में वापसी करेंगे।