कांवड़ यात्रा 2025 को सुरक्षित, सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए प्रशासन द्वारा एक डिजिटल पहल की गई है। इसी क्रम में मंडलायुक्त अटल कुमार राय ने जिलाधिकारी मनीष बंसल की उपस्थिति में कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए तैयार किए गए क्यूआर कोड का औपचारिक लोकार्पण किया।
उत्तर प्रदेश: सावन 2025 की कांवड़ यात्रा को बेहतर और सुविधाजनक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन ने एक अभिनव कदम उठाया है। सहारनपुर मंडलायुक्त अटल कुमार राय ने जिलाधिकारी मनीष बंसल की उपस्थिति में कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए QR कोड का लोकार्पण किया। इस डिजिटल पहल के माध्यम से श्रद्धालुओं को एक क्लिक पर आवश्यक सेवाओं की जानकारी अपने मोबाइल पर प्राप्त हो सकेगी।
QR कोड से क्या सुविधाएं मिलेंगी?
इस QR कोड को स्कैन करने पर गूगल मैप की सहायता से कांवड़ यात्रियों को निम्नलिखित सुविधाओं की जानकारी मिलेगी:
- नजदीकी शौचालय
- चिकित्सा शिविर
- पेयजल स्थल
- पेट्रोल पंप और ढाबा
- पुलिस थाना/चौकी
- कांवड़ शिविर
- कांवड़ यात्रा मार्ग
- हेल्पलाइन नंबर
यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी से बचने और सभी आवश्यक जानकारियां समय पर मिलने के लिए यह डिजिटल टूल बेहद उपयोगी साबित होगा।
मुख्य स्थानों पर लगाया जाएगा QR कोड
मंडलायुक्त अटल कुमार राय ने बताया कि यह QR कोड जनपद के मुख्य कांवड़ मार्गों, शिविरों, साइन बोर्डों और प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि श्रद्धालु आसानी से स्कैन करके सभी सेवाओं की जानकारी पा सकें। उन्होंने इसे डिजिटल इंडिया और स्मार्ट एडमिनिस्ट्रेशन का बेहतरीन उदाहरण बताया और जिलाधिकारी मनीष बंसल की पूरी टीम की सराहना की।
जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और बिहार से लाखों की संख्या में श्रद्धालु सहारनपुर होकर गुजरते हैं। ऐसे में सुरक्षा और मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि QR कोड से न केवल सुविधाएं उपलब्ध होंगी, बल्कि किसी भी समस्या का समाधान भी तेजी से किया जा सकेगा।
प्रशासन के अन्य अधिकारी भी रहे मौजूद
QR कोड लॉन्चिंग कार्यक्रम के दौरान सहारनपुर प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख नाम हैं:
- मुख्य विकास अधिकारी – सुमित राजेश महाजन
- अपर जिलाधिकारी प्रशासन – संतोष बहादुर सिंह
- एसपी ट्रैफिक – सिद्धार्थ वर्मा
- उपजिलाधिकारी – अंकुर वर्मा
इन अधिकारियों ने QR कोड प्रणाली की तकनीकी और प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा की और इसे यात्रा प्रबंधन का स्मार्ट समाधान बताया।
Kanwar Yatra 2025: श्रद्धा, तकनीक और सुविधा का संगम
सावन का महीना शिवभक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। लाखों कांवड़िए हरिद्वार, गौमुख और गंगोत्री से गंगाजल लाकर अपने-अपने शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं। यात्रा में उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य और आराम का ख्याल रखना प्रशासन का दायित्व है। QR कोड जैसी डिजिटल पहल से यह संदेश जाता है कि सरकार टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर धर्म, संस्कृति और जनसुविधा के बीच संतुलन बना रही है।