वनडे क्रिकेट के इतिहास में शायद ही इतना एकतरफा मुकाबला देखने को मिला हो, जितना 10 अगस्त 2025 को कनाडा और अर्जेंटीना अंडर-19 टीम के बीच हुआ।
Canada vs Argentina U19: क्रिकेट इतिहास में कई बार एकतरफा मुकाबले देखने को मिले हैं, लेकिन 10 अगस्त 2025 को आईसीसी अंडर-19 पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप क्वालीफायर में खेला गया कनाडा बनाम अर्जेंटीना मैच शायद हमेशा याद रखा जाएगा। इस मुकाबले में अर्जेंटीना अंडर-19 टीम केवल 23 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और कनाडा ने लक्ष्य का पीछा करते हुए महज 5 गेंदों में जीत दर्ज की। यह न केवल क्वालीफायर बल्कि पूरे वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज और एकतरफा जीतों में से एक मानी जा रही है।
अर्जेंटीना की पारी: 7 बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी अर्जेंटीना की टीम 19.4 ओवर में मात्र 23 रन बनाकर ढेर हो गई। टीम के लिए सबसे ज्यादा रन ओपनर ओटो सोरोंडो ने बनाए, जिन्होंने 37 गेंदों में 7 रन बनाए। टीम को 7 अतिरिक्त रन भी मिले, लेकिन बाकी बल्लेबाज बड़ी नाकामी झेलते रहे – खासकर 7 खिलाड़ी बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।
कनाडा के गेंदबाजों का कहर
कनाडा की गेंदबाजी पूरी तरह से अर्जेंटीना पर हावी रही। जगमंदीप पॉल ने सबसे शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 ओवर में सिर्फ 7 रन देकर 6 विकेट झटके, जिनमें 3 मेडन ओवर शामिल थे। उनके साथ डोमिनिक डाइनस्टर और कृष मिश्रा ने भी घातक गेंदबाजी की, दोनों को 2-2 विकेट मिले। अर्जेंटीना की पारी में गेंदबाजी की सटीकता और दबाव इतना था कि टीम 20 ओवर भी नहीं खेल सकी।
24 रनों का लक्ष्य किसी भी फॉर्मेट में बेहद आसान माना जाता है, और कनाडा अंडर-19 टीम ने इसे मजाक में बदल दिया। ओपनिंग बल्लेबाज और कप्तान युवराज साम्रा ने 4 गेंदों में ही 20 रन ठोक दिए, जिसमें 2 छक्के और 2 चौके शामिल थे। टीम ने केवल 5 गेंदों में 10 विकेट से मैच जीत लिया। यह पारी इतनी तेज थी कि मैच का दूसरा हाफ महज 5 मिनट से भी कम समय में समाप्त हो गया।
ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड बचा, लेकिन अंतर बेहद कम
अगर यह मुकाबला आधिकारिक युथ वनडे (Youth ODI) मैच के रूप में दर्ज होता, तो सबसे कम गेंदों में लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड टूट सकता था। वर्तमान में यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 टीम के नाम है, जिसने 2004 अंडर-19 वर्ल्ड कप में स्कॉटलैंड के खिलाफ 22 रनों के लक्ष्य को 3.5 ओवर में हासिल किया था।
कनाडा की 5 गेंदों वाली पारी निश्चित रूप से इस रिकॉर्ड को तोड़ने के बेहद करीब थी, लेकिन क्वालीफायर मैच के नियमों के कारण इसे आधिकारिक युथ वनडे के आंकड़ों में शामिल नहीं किया जाएगा।