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कर्नाटक में वोटर लिस्ट से नाम डिलीट, राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- 'लोकतंत्र खतरे में, CEC जवाब दे'

कर्नाटक में वोटर लिस्ट से नाम डिलीट, राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- 'लोकतंत्र खतरे में, CEC जवाब दे'

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक के आलंद में वोट चोरी का आरोप लगाया। गोडाबाई के नाम से 12 वोट डिलीट होने का उदाहरण दिया। दलित और OBC वोटर्स को निशाना बनाया गया।

New Delhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में कहा कि वह ऐसा कुछ नहीं कहने जा रहे जो सच नहीं है। उन्होंने बताया कि वह अपने देश, संविधान और लोकतांत्रिक प्रक्रिया से प्यार करते हैं और उनकी रक्षा करना उनका कर्तव्य है। राहुल ने स्पष्ट किया कि उनकी बातचीत पूरी तरह पुख्ता सबूतों पर आधारित है।

वोट चोरी के आरोप

राहुल गांधी ने दावा किया कि कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र में फेक लॉगिन का इस्तेमाल कर वोटों में हेरफेर की गई। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में कांग्रेस पार्टी के जीतने वाले बूथ को निशाना बनाया गया। राहुल ने कहा कि कुल 6018 वोट डिलीट करने की कोशिश की गई। उन्होंने यह भी बताया कि वास्तविक संख्या इससे अधिक हो सकती है, लेकिन यह संख्या संयोग से पकड़ी गई।

गोडाबाई का उदाहरण

राहुल गांधी ने इस सिलसिले में गोडाबाई नाम की महिला का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि किसी ने गोडाबाई के नाम से फेक लॉगिन बनाकर 12 वोट डिलीट करने की कोशिश की, जबकि गोडाबाई को इसका कोई पता नहीं था। यह मामला दर्शाता है कि वोट डिलीट करने की प्रक्रिया पूरी तरह छुपी हुई और सिस्टम का हाइजैक किया गया था।

बूथ अधिकारी और पड़ोसियों की जानकारी

राहुल ने बताया कि बूथ स्तर के अधिकारी ने देखा कि एक महिला के अंकल का वोट डिलीट हुआ है। जांच करने पर पता चला कि पड़ोसी ने उनके वोट को डिलीट किया। जब पड़ोसी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई वोट डिलीट नहीं किया। इसका मतलब है कि वोट डिलीट करने वाले और वोट खोने वाले दोनों unaware थे। यह पूरी प्रक्रिया किसी तीसरे पक्ष द्वारा हाइजैक की गई थी।

निशाना दलित और OBC वोटर्स

राहुल गांधी ने दावा किया कि इस वोट चोरी का मुख्य लक्ष्य कांग्रेस पार्टी के मतदाता थे। विशेष रूप से दलित और OBC समुदाय के वोटरों को निशाना बनाया गया। वोटर लिस्ट से उनका नाम सिलसिलेवार ढंग से हटाया गया ताकि कांग्रेस की चुनावी संभावनाओं को कमजोर किया जा सके।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाए गए सबूत

राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रेजेंटेशन के जरिए वोट चोरी के सबूत भी दिखाए। उन्होंने यह बताया कि फेक लॉगिन और वोट डिलीट करने की प्रक्रिया बूथ स्तर पर हुई। राहुल ने यह भी कहा कि इस तरह के प्रयास लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने वाले हैं और इस पर अंतरराष्ट्रीय निगरानी की आवश्यकता है।

चुनाव आयोग पर आरोप

यह राहुल गांधी की वोट चोरी को लेकर दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है। उन्होंने पहले सात अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि वोट चोरी में बीजेपी की सांठगांठ की गई। राहुल ने तब कहा था कि चुनाव आयोग इस मामले में निष्पक्ष नहीं रहा और वोटरों के अधिकारों की रक्षा नहीं कर सका।

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