Lenskart को सेबी से मंजूरी मिल गई है और कंपनी नवंबर 2025 में लगभग 8,000 करोड़ रुपये का IPO लाने जा रही है। इसमें 2,150 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और प्रमुख निवेशकों व संस्थापकों द्वारा ऑफर-फॉर-सेल शामिल होगा। FY25 में कंपनी ने 297 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया और 22% राजस्व वृद्धि दर्ज की।
Lenskart IPO: देश की जानी-मानी आईवियर रिटेल कंपनी Lenskart को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) से अपने आईपीओ के लिए मंजूरी मिल गई है। कंपनी नवंबर 2025 के मध्य तक शेयर बाजार में लिस्ट होने की योजना बना रही है। करीब 7,500-8,000 करोड़ रुपये के इस इश्यू में 2,150 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ऑफर-फॉर-सेल शामिल होगा। FY25 में कंपनी ने 297 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि राजस्व 22% बढ़कर 6,625 करोड़ रुपये पहुंच गया। इस फंड से लेंसकार्ट नए स्टोर खोलेगी, मौजूदा स्टोर्स पर खर्च करेगी और रणनीतिक अधिग्रहण करेगी।
ड्राफ्ट दाखिल करने के बाद मिली मंजूरी
Lenskart ने जुलाई 2025 में सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा किया था। इसके जरिए कंपनी ने 2,150 करोड़ रुपये की नई पूंजी जुटाने की योजना बनाई थी। अब सेबी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और कंपनी अगले कुछ हफ्तों में अपडेटेड प्रॉस्पेक्टस दाखिल करने की तैयारी में है। नवंबर के मध्य तक इसके शेयर बाजार में लिस्ट होने की संभावना जताई जा रही है।
कौन बेचेंगे अपने शेयर
आईपीओ में सिर्फ नई पूंजी ही नहीं जुटाई जाएगी बल्कि कई बड़े निवेशक और प्रमोटर अपने शेयर भी बेचेंगे। जानकारी के मुताबिक, कंपनी के फाउंडर पीयूष बंसल, नेहा बंसल, सुमीत कपाही और अमित चौधरी अपने कुछ शेयर बेचेंगे। इनके साथ ही सॉफ्टबैंक, प्रेमजी इन्वेस्ट, टेमासेक, केदारा कैपिटल और अल्फा वेव ग्लोबल जैसे बड़े निवेशक भी ऑफर-फॉर-सेल के जरिए अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे। ऑफर-फॉर-सेल के तहत करीब 132.3 मिलियन शेयर बेचे जाएंगे। कुल मिलाकर इस आईपीओ का साइज 7,500 से 8,000 करोड़ रुपये तक रहने की उम्मीद है।
इस साल के सबसे बड़े इश्यू में शामिल
Lenskart का आईपीओ इस साल के सबसे बड़े इश्यू में गिना जाएगा। यह टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के बाद एक और बड़ा आईपीओ होगा। बाजार की नजर इस इश्यू पर इसलिए भी है क्योंकि यह कंपनी सीधे आम उपभोक्ता से जुड़ी है और देशभर में इसकी पहचान मजबूत है। कोटक महिंद्रा, मॉर्गन स्टेनली, सिटी, एवेंडस कैपिटल और इंटेंसिव फिस्कल सर्विसेज इस इश्यू के मर्चेंट बैंकर हैं।
Lenskart के अलावा इस साल कई अन्य स्टार्टअप्स भी शेयर बाजार में दस्तक देने की तैयारी में हैं। इनमें स्टॉकब्रोकिंग फर्म ग्रो, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो, पेमेंट कंपनी फोनपे और एडटेक कंपनी फिजिक्सवाला शामिल हैं। हालांकि इन कंपनियों ने सेबी की गोपनीय फाइलिंग प्रक्रिया का रास्ता चुना है।
कंपनी का मुनाफा और बढ़ती आमदनी
गुरुग्राम स्थित इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी को इस साल 297 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है। जबकि पिछले साल यानी वित्त वर्ष 2024 में इसे 10 करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ा था। सिर्फ मुनाफा ही नहीं बल्कि कंपनी की आय में भी जोरदार बढ़ोतरी हुई है। कंपनी का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2024 में 5,428 करोड़ रुपये था जो बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में 6,625 करोड़ रुपये हो गया। यह करीब 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
आईपीओ से मिले पैसों का इस्तेमाल कहां होगा
कंपनी इस आईपीओ से जुटाई गई रकम को कई अहम कामों में लगाने की योजना बना रही है। जानकारी के मुताबिक, करीब 272 करोड़ रुपये का इस्तेमाल भारत में नए स्टोर खोलने के लिए किया जाएगा। वहीं 591 करोड़ रुपये कंपनी अपने मौजूदा 2,700 से ज्यादा स्टोर्स के किराए, लीजिंग और अन्य खर्चों में लगाएगी। इसके अलावा कंपनी ने कुछ रकम अधिग्रहण यानी अन्य कंपनियों को खरीदने के लिए भी अलग रखी है।
स्टार्टअप ऑफ द ईयर का खिताब भी मिला
Lenskart को बीते साल ईटी स्टार्टअप अवार्ड्स 2024 में स्टार्टअप ऑफ द ईयर का खिताब भी मिला था। यह सम्मान कंपनी के बढ़ते बिजनेस मॉडल और मार्केट पकड़ की वजह से दिया गया था।
Lenskart ने भारतीय आईवियर बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बनाई है। कंपनी देशभर में तेजी से स्टोर खोल रही है और ऑनलाइन बिक्री में भी इसका दायरा बढ़ रहा है। यही वजह है कि निवेशक इस आईपीओ को लेकर खासे उत्साहित दिख रहे हैं।