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लखनऊ: कैब ड्राइवर की हत्या का खुलासा, पूर्व पार्षद के बेटे सहित 3 आरोपी गिरफ्तार

लखनऊ: कैब ड्राइवर की हत्या का खुलासा, पूर्व पार्षद के बेटे सहित 3 आरोपी गिरफ्तार

लखनऊ में एक महीने से लापता कैब चालक सर्वेश यादव का कंकाल बरामद, हत्या के तीन आरोपी गिरफ्तार। पूर्व पार्षद के बेटे समेत आरोपितों ने 1200 रुपये और मोबाइल के लिए हत्या की। पुलिस ने CCTV और फोन ट्रेस से खुलासा किया।

लखनऊ: पुलिस ने लखनऊ में एक महीने से लापता कैब चालक सर्वेश यादव की हत्या का खुलासा किया है। मलिहाबाद पुलिस और डीसीपी नॉर्थ की क्राइम टीम ने पूर्व पार्षद के नशेड़ी बेटे शेरा सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जबकि चौथा आरोपी फरार है। हत्या 20 अगस्त को लूट के इरादे से की गई थी, जिसमें 1200 रुपये और मोबाइल ले जाने के लिए सर्वेश को गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया। पुलिस ने लगभग 500 CCTV फुटेज और फोन ट्रेसिंग से हत्यारों तक पहुंचा।

कैब चालक की हत्या और लूट का पूरा मामला

20 अगस्त को घर से निकले सर्वेश यादव अचानक लापता हो गए थे। परिवार को उम्मीद थी कि वे किसी दिन लौट आएंगे, लेकिन समय बीतने के साथ चिंता गहराती गई। कार बरामद होने के बावजूद चालक का पता न लगने से मामला पुलिस के लिए ‘ब्लाइंड मर्डर’ में तब्दील हो गया।

लगातार जांच के बाद पुलिस को अहम सुराग सर्वेश के मोबाइल फोन से मिला। फोन ऑन होने पर सर्विलांस टीम सक्रिय हुई और हत्यारों तक पहुंच बनाई। गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर माती क्षेत्र की झाड़ियों से कंकाल बरामद किया गया।

गांजे के नशे में हुई लूट और हत्या

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि चारों आरोपी इंदिरा डैम किनारे सर्वेश के पास पहुंचे थे। गांजे के नशे में धुत सौरभ उर्फ शेरा ने सर्वेश की जेब से रुपये निकालने की कोशिश की। विरोध करने पर साथी आरोपियों ने उसे दबोच लिया और शेरा ने पिस्टल से गोली मार दी।

हत्या के बाद आरोपियों ने सर्वेश के पास से 1200 रुपये और मोबाइल लूटा। शव को कार में डालकर माती फ्लाईओवर के पास झाड़ियों में फेंक दिया गया और कार सुनसान जगह छोड़कर फरार हो गए। इस पूरी वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी।

पूर्व पार्षद का बेटा निकला मास्टरमाइंड

गिरफ्तार आरोपियों में सौरभ यादव उर्फ शेरा का नाम प्रमुख है, जो शहीद भगत सिंह वार्ड की पूर्व पार्षद राजेश्वरी यादव का बेटा है। पुलिस ने बताया कि शेरा ने सात माह पहले 58 हजार रुपये में अवैध पिस्टल खरीदी थी और आए दिन नशे में धुत रहता था।

उसके साथियों विजय यादव और अखिल यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। विजय एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है, जबकि अखिल पढ़ाई के साथ मजदूरी करता था। चौथा आरोपी अरविंद सिंह उर्फ कालू अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

युवक की हत्या से परिवार शोक में

सर्वेश यादव अपने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। पत्नी सुषमा और तीन बच्चों के सहारे उनकी दुनिया बसती थी। कंकाल बरामद होने के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। उम्मीद का जो सहारा बचा था, वह भी टूट गया।

पुलिस की मेहनत से मामला सुलझने पर डीसीपी नॉर्थ ने टीम को सम्मानित किया है। इंस्पेक्टर मलिहाबाद सुरेंद्र सिंह भाटी और क्राइम ब्रांच टीम सहित कई अधिकारियों को 15 हजार रुपये इनाम की घोषणा की गई। वहीं, पुलिस अब फरार आरोपी की तलाश और डीएनए रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

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