नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने गांधी परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कोर्ट ने कांग्रेस की भूमिका पर सवाल उठाया है। शुक्रवार को बचाव पक्ष अपनी दलीलें पेश करेगा।
National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई। इस सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गांधी परिवार पर गंभीर आरोप लगाए। ईडी की ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (ASG) एसवी राजू ने कोर्ट को बताया कि यह मामला एक सुनियोजित धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का क्लासिक उदाहरण है।
यंग इंडियन के जरिए संपत्ति पर नियंत्रण का आरोप
ईडी का आरोप है कि कांग्रेस पार्टी ने यंग इंडियन लिमिटेड के माध्यम से एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की लगभग 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति पर अवैध रूप से नियंत्रण पाने की योजना बनाई। ईडी के मुताबिक, कांग्रेस ने AJL को लगभग 90 करोड़ रुपये का कर्ज दिया और जब वह रकम वापस नहीं की गई, तो AJL की सारी संपत्ति मात्र 50 लाख रुपये में यंग इंडियन के नाम कर दी गई।
दस्तावेज और गवाहों के बयान पेश
ईडी ने कोर्ट में इस मामले से संबंधित कई वित्तीय दस्तावेज और गवाहों के बयान पेश किए। एजेंसी का दावा है कि इन साक्ष्यों से यह साफ होता है कि पूरा ट्रांजेक्शन सुनियोजित था और इसमें मनी लॉन्ड्रिंग की गई। ईडी ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेताओं ने डोनेशन और किराये के नाम पर फर्जी पैसे ट्रांसफर किए ताकि AJL की संपत्ति पर कब्जा किया जा सके।
कोर्ट के सवाल और कांग्रेस की भूमिका
कोर्ट ने इस दौरान ईडी से दो अहम सवाल पूछे। पहला, AJL की शेयरहोल्डिंग 2010 से पहले किनके पास थी। दूसरा, क्या कांग्रेस पार्टी को भी इस मामले में आरोपित बनाया गया है। ईडी ने जवाब दिया कि फिलहाल कांग्रेस को आरोपित नहीं बनाया गया है, लेकिन यदि आगे चलकर पर्याप्त सबूत सामने आते हैं तो उसे भी आरोपित बनाया जा सकता है।
देशभर में फैली AJL की संपत्तियां
एएसजी एसवी राजू ने कोर्ट को बताया कि AJL के पास दिल्ली, लखनऊ, भोपाल, इंदौर, पंचकूला और पटना जैसे कई प्रमुख शहरों में बहुमूल्य संपत्तियां हैं। ईडी का आरोप है कि गांधी परिवार ने यंग इंडियन के जरिए इन संपत्तियों पर अवैध नियंत्रण प्राप्त किया।
गांधी परिवार को बताया 'कठपुतली संचालनकर्ता'
ईडी की ओर से कोर्ट में यह भी कहा गया कि यंग इंडियन को सिर्फ एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया गया ताकि AJL की संपत्तियों को गांधी परिवार के नियंत्रण में लाया जा सके। ईडी ने कहा कि यंग इंडियन की शेयरहोल्डिंग केवल नाम मात्र की है और इसमें शामिल अन्य लोग सिर्फ कठपुतली हैं। राहुल गांधी और सोनिया गांधी न केवल एआईसीसी को नियंत्रित करते हैं, बल्कि AJL और यंग इंडियन को भी नियंत्रित कर रहे हैं।
ASG ने कहा- यह ओपन एंड शट केस
ईडी की तरफ से पेश हुए एएसजी राजू ने कोर्ट से कहा कि यह एक "ओपन एंड शट केस" है। उनके मुताबिक, ईडी ने जो दस्तावेज और साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं, वे इस मामले में कोर्ट के संज्ञान लेने के लिए पर्याप्त हैं। उन्होंने कहा कि उनका तर्क पूरा हो चुका है, लेकिन वह अपने अधिकार के तहत फिर से जवाब देने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं।
कोर्ट में अब अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी, जहां बचाव पक्ष अपनी दलीलें पेश करेगा। यह देखा जाएगा कि बचाव पक्ष ईडी द्वारा लगाए गए आरोपों का किस तरह से जवाब देता है और किन कानूनी बिंदुओं पर अपना पक्ष रखता है।