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न्यूज़ीलैंड के हाई परफॉर्मेंस कोच बॉब कार्टर ने छोड़ा पद, 21 साल का लंबे सफर पर लगाया फुल स्टॉप

न्यूज़ीलैंड के हाई परफॉर्मेंस कोच बॉब कार्टर ने छोड़ा पद, 21 साल का लंबे सफर पर लगाया फुल स्टॉप

न्यूजीलैंड की महिला और पुरुष क्रिकेट टीमों के हाई परफॉर्मेंस कोच रहे बॉब कार्टर ने पद से हटने का फैसला किया है, जिससे उनके 21 साल लंबे सफल करियर का अंत हो गया है।

स्पोर्ट्स न्यूज़: न्यूजीलैंड क्रिकेट में एक युग का अंत हो गया है। टीम के हाई परफॉर्मेंस कोच बॉब कार्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 65 वर्षीय बॉब कार्टर ने 21 वर्षों तक न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए कोचिंग की भूमिका निभाई और पुरुष व महिला दोनों टीमों को सफलताएँ दिलाईं। उनका यह फैसला क्रिकेट जगत में एक बड़ी खबर के रूप में देखा जा रहा है।

21 साल का लंबा करियर और अमिट योगदान

बॉब कार्टर ने अपने कोचिंग करियर की शुरुआत 2004 में न्यूजीलैंड क्रिकेट में सहायक कोच के रूप में की थी। इससे पहले उन्होंने इंग्लैंड में खेलते हुए 60 फर्स्ट क्लास मैच खेले और 1112 रन बनाए। इसके साथ ही 55 लिस्ट-ए मैचों में 429 रन का योगदान दिया। न्यूजीलैंड के लिए 2004 से लेकर 2025 तक काम करते हुए, उन्होंने महिला टीम के हेड कोच के रूप में 2019 में जिम्मेदारी संभाली। 

इसके बाद उन्होंने 2020 और 2022 के टी20 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड महिला टीम को कोचिंग दी। इस दौरान महिला टीम ने टी20 वर्ल्ड कप का खिताब भी जीता।

बॉब कार्टर का करियर और उनका बयान

न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड की ओर से जारी प्रेस रिलीज़ में बॉब कार्टर ने कहा, “मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने अपना सपना जी लिया है। यह सफर मेरे लिए बेहद संतोषजनक रहा है। खिलाड़ियों और टीमों को आगे बढ़ते देखना और उनकी सफलता में योगदान देना एक बेहतरीन अनुभव था। उन्होंने यह भी कहा कि टीम के संयोजन और टीम वर्क ने हमेशा उनकी सफलताओं की नींव रखी। “हमने एक ऐसी टीम बनाई जो व्यक्तिगत प्रतिभा के साथ-साथ सामूहिक प्रदर्शन में भी मजबूत थी। यही जादू था जिसने हमें सफल बनाया।”

बॉब कार्टर के कार्यकाल में न्यूजीलैंड महिला टीम ने न केवल टी20 वर्ल्ड कप जीता, बल्कि पुरुष टीम ने भी कई यादगार प्रदर्शन किए। खासतौर पर 2022 में न्यूजीलैंड पुरुष क्रिकेट टीम ने भारत को उसके घर पर टेस्ट सीरीज में 3-0 से हराकर इतिहास रचा। यह भारतीय टीम की 2012 के बाद पहली घरेलू टेस्ट सीरीज हार थी।

कार्टर ने यह भी माना कि पिछले 20 वर्षों में क्रिकेट में काफी बदलाव और विकास हुआ है। उन्होंने टीम की सफलता का श्रेय खिलाड़ियों के समर्पण, कोचिंग स्टाफ की मेहनत और सही रणनीतियों को दिया।

बॉब कार्टर का इस्तीफा 

65 साल के बॉब कार्टर का मानना है कि जब टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही हो, तो यह सही समय है पद छोड़ने का। उन्होंने साफ़ कहा, “इस समय टीम ने एक बेहतर स्तर हासिल कर लिया है। एकजुट होकर खेलना हमारी सबसे बड़ी ताकत रही है। इसलिए अब मैं पीछे हटने का समय समझता हूं। उनका इस्तीफा न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए एक नए युग की शुरुआत भी है, जहां नए कोचिंग स्टाफ और खिलाड़ी नई चुनौतियों के लिए तैयार होंगे।

बॉब कार्टर ने अपने लंबे करियर में कई युवा खिलाड़ियों को विकसित किया और उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमकने का मौका दिया। उनकी कोचिंग में टीम ने न केवल तकनीकी सुधार किया, बल्कि मानसिक मजबूती और टीम भावना को भी मजबूत बनाया।

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