फतेहपुर मकबरा-मंदिर विवाद पर समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने योगी सरकार पर माहौल खराब करने और जनता को भटकाने का आरोप लगाया है। साथ ही, सांसद अवधेश प्रसाद ने सरकार की सांप्रदायिक नीतियों की निंदा करते हुए संघर्ष जारी रखने का आश्वासन दिया है।
फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में मकबरा और मंदिर को लेकर चल रहे विवाद ने राजनीतिक रंग पकड़ लिया है। समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने संसद परिसर में योगी सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार के इशारे पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। वहीं, फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार के चलते सांप्रदायिकता बढ़ी है और वे विधानसभा, लोकसभा और सड़कों पर संघर्ष जारी रखेंगे। यह विवाद प्रदेश के राजनीतिक माहौल को और गर्माएगा।
योगी सरकार पर तीखा हमला
फतेहपुर में मकबरा और मंदिर विवाद ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने योगी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह प्रशासन के साथ सांठगांठ कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जनता को भटकाने की कोशिश में लगी है, क्योंकि उसे अपनी असफलताओं का एहसास हो चुका है। इसी तरह, सपा के फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद ने भी योगी सरकार की सांप्रदायिक नीतियों पर सवाल उठाए और कहा कि केंद्र और प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने के बाद देश में नफरत बढ़ी है। दोनों नेताओं ने विवाद को राजनीतिक बदले की नीति का हिस्सा बताया और प्रदेश में शांति बनाए रखने की अपील की।
योगी सरकार पर सांप्रदायिकता और नफरत फैलाने के आरोप
डिंपल यादव ने स्पष्ट किया कि सरकार की भूमिका विवाद को हवा देने में संदेहास्पद है। उन्होंने कहा कि प्रशासन के इशारे पर माहौल खराब किया जा रहा है, जिससे प्रदेश का सामाजिक ताना-बाना कमजोर हो रहा है। वहीं, अवधेश प्रसाद ने सुप्रीम कोर्ट की भूमिका की सराहना करते हुए बताया कि न्यायपालिका ने मस्जिद और मंदिर विवादों पर हाल ही में आदेश जारी कर देश को सांप्रदायिक आग से बचाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा से सांप्रदायिकता के खिलाफ रही है और फतेहपुर विवाद को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
सपा का लोकतंत्र और संघर्ष के प्रति मजबूत रुख
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि वे विधानसभा, लोकसभा और सड़कों पर लगातार संघर्ष जारी रखेंगे क्योंकि सरकार विपक्ष की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बिना विपक्ष की जरूरत समझे विधेयक पास कर लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। उन्होंने इस रवैये को तानाशाही बताया और कहा कि विपक्ष की जिम्मेदारी है कि वह लोकतंत्र की रक्षा करे और सरकार के इस कदम को रोके। सपा नेताओं ने जनता से भी अपील की है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से इस संवेदनशील मुद्दे को देखें और राजनीति को सांप्रदायिक रंग देने से बचाएं।