Columbus

राजस्थान विधानसभा में विपक्ष का काला प्रदर्शन, झालावाड़ स्कूल हादसे पर शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग

राजस्थान विधानसभा में विपक्ष का काला प्रदर्शन, झालावाड़ स्कूल हादसे पर शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग

जालौर के स्कूल हादसे में दिवंगत हुए बच्चों को विधानसभा में श्रद्धांजलि नहीं दिए जाने पर विपक्ष नाराज हो गया है। बुधवार को विपक्ष के सदस्य काली पट्टी बांधकर सदन पहुंचे और इस मामले पर विरोध प्रदर्शन किया। 

जयपुर: राजस्थान विधानसभा में बुधवार को विपक्ष ने झालावाड़ स्कूल हादसे में दिवंगत बच्चों को सदन में श्रद्धांजलि न दिए जाने पर कड़ा विरोध जताया। विपक्षी दलों के सदस्यों ने काली पट्टी बांधकर सदन में प्रवेश किया और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से इस्तीफे की मांग की। इस विरोध प्रदर्शन में पंजाब से राज्य की नहरों में आने वाले जहरीले पानी और स्मार्ट मीटर के मुद्दे पर भी हंगामा देखने को मिला।

झालावाड़ हादसे पर विपक्ष का प्रदर्शन

विपक्ष ने आरोप लगाया कि झालावाड़ के स्कूल हादसे में हुए बच्चों की याद में सदन में कोई श्रद्धांजलि नहीं दी गई। इसके विरोध में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य काली पट्टी बांधकर विधानसभा पहुंचे। सदन में प्रवेश से पहले दिवंगत बच्चों को श्रद्धांजलि दी गई और उनके चित्रों पर पुष्प अर्पित किए गए। इसके अलावा मोमबत्ती जलाकर उन्हें नमन किया गया।

विपक्षी नेता ने शिक्षा मंत्री पर आरोप लगाया कि बच्चों की मौत पर संवेदनशीलता नहीं दिखाई गई और सरकार द्वारा उचित सम्मान नहीं दिया गया। इस पर सांसदों ने मंत्री से इस्तीफे की मांग उठाई।

स्पीकर और नेता प्रतिपक्ष के बीच तीखी बहस

विपक्षी विधायक डूंगरराम गेदर ने पंजाब की ओर से राजस्थान की नहरों में आने वाले जहरीले पानी से जुड़े सवाल उठाए। गेदर ने कहा कि उनके पूछे गए सवालों में से तीन हिस्सों को हटा दिया गया और पहले हिस्से को भी आधा नहीं दिखाया गया। इस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी सरकार से सवालों के पूर्ण जवाब देने की मांग की।

स्पीकर ने जवाब दिया कि प्रश्नों को सीमित करने की नियमावली के तहत ऐसा किया गया है और व्यवस्था को चुनौती नहीं दी जा सकती। इसके बाद सदन में कुछ देर तक नेता प्रतिपक्ष और स्पीकर के बीच तीखी बहस चली। सदन में स्मार्ट मीटर लगाने में गड़बड़ी को लेकर भी विपक्ष ने विरोध किया। कांग्रेस विधायक रोहित बोहरा ने सवाल उठाया कि नए स्मार्ट मीटर लगाने में कई खामियां हैं। ऊर्जा मंत्री ने जवाब दिया कि स्मार्ट मीटर लगाने का निर्णय पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने लिया था।

इस पर विपक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी और सदन से वॉकआउट कर दिया। हंगामे के दौरान सत्ता पक्ष के सदस्य और मंत्री विपक्ष के सदस्यों के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली।

Leave a comment