ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की तरफ से सोशल मीडिया पर यह झूठा दावा फैलाने की कोशिश की गई थी कि भारतीय वायुसेना की फाइटर पायलट स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह पाकिस्तान के कब्जे में हैं।
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना की स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह ने तमिलनाडु के एयरफोर्स स्टेशन तांबरम में 159वें क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर कोर्स (QFIC) को सफलतापूर्वक पूरा कर दिखाया है। इस उपलब्धि के साथ ही वह भारत की पहली राफेल महिला पायलटों में से एक के रूप में अब क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर भी बन गई हैं।
इससे पहले, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की ओर से सोशल मीडिया पर एक झूठी खबर फैलाने की कोशिश की गई थी कि स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह पाकिस्तान के कब्जे में हैं। भारतीय वायुसेना ने तुरंत इस दावे का खंडन करते हुए बताया था कि यह खबर पूरी तरह गलत और भ्रामक है। अब वायुसेना द्वारा शिवांगी सिंह की ताजा तस्वीर जारी करने के बाद पाकिस्तान का यह प्रोपेगेंडा पूरी तरह ध्वस्त हो गया है।
कोर्स की जानकारी और समारोह
भारतीय वायुसेना के ट्रेनिंग कमांड के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से 9 अक्टूबर को जारी पोस्ट में QFIC 159वें बैच के समापन समारोह की तस्वीरें साझा की गईं। इस कार्यक्रम में एयर मार्शल तेजबीर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस कोर्स में वायुसेना, अन्य सेनाओं और मित्र देशों के कुल 59 अधिकारियों को क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर का सम्मानजनक बैज प्रदान किया गया। शिवांगी सिंह भी इस सम्मानित समूह में शामिल हैं। तस्वीरों में उन्हें एयर मार्शल तेजबीर सिंह से फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर का बैज लेते हुए देखा जा सकता है।
इस पोस्ट के बाद पाकिस्तान द्वारा फैलाया गया झूठा नैरेटिव पूरी तरह बेनकाब हो गया। भारतीय महिला पायलटों की क्षमता, साहस और कौशल को एक बार फिर दुनिया के सामने प्रदर्शित किया गया।
शिवांगी सिंह: भारत की पहली महिला राफेल पायलट
शिवांगी सिंह ने अपनी उड़ान कैरियर की शुरुआत मिग-21 बाइसन स्क्वॉड्रन से की थी और अब वह भारत की पहली राफेल महिला पायलटों में शामिल हो चुकी हैं। वह नई पीढ़ी की उन महिला अफसरों में से एक हैं जिन्होंने न केवल विभिन्न प्रशिक्षण और अभियानों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, बल्कि अपने साहस और पेशेवर योग्यता के दम पर वायुसेना में नई मिसाल भी कायम की है।
वायुसेना में उनकी भूमिका, विशेषकर बहु-फाइटर प्लेटफॉर्म संचालन और प्रशिक्षक के रूप में, आने वाले वर्षों में अन्य महिला अफसरों के लिए प्रेरणा स्रोत साबित होगी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सोशल मीडिया पर फैलाए गए झूठ ने भारत की सुरक्षा और वायुसेना की कार्यक्षमता पर प्रश्न उठाने का प्रयास किया। लेकिन भारतीय वायुसेना ने तुरंत फैक्ट चेक कर बताया कि स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह पूरी तरह सुरक्षित हैं और अपने प्रशिक्षण और मिशन कार्यों में व्यस्त हैं।