Stock Market: कंपनी ने बीते हफ्ते जानकारी दी थी कि वह रेलवे के एक अन्य प्रोजेक्ट के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी (लोएस्ट बिडर) रही है। इस प्रोजेक्ट में उसकी हिस्सेदारी की पुष्टि के बाद निवेशकों के बीच सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी गई थी।
रेल विकास निगम लिमिटेड यानी आरवीएनएल (RVNL) को दक्षिण रेलवे से एक नया बड़ा प्रोजेक्ट मिला है। कंपनी को यह प्रोजेक्ट इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन सिस्टम के अपग्रेडेशन से जुड़ा हुआ मिला है, जिसकी कुल लागत 143 करोड़ रुपये है। इस प्रोजेक्ट की जानकारी कंपनी ने शनिवार को शेयर बाजार को दी। खास बात यह है कि कंपनी को यह काम सलेम डिवीजन में करना है, जिसे 24 महीने में पूरा किया जाना है।
रेलवे प्रोजेक्ट में फिर मारी बाजी
आरवीएनएल को रेलवे के प्रोजेक्ट्स में लगातार अहम जिम्मेदारियां मिल रही हैं। बीते हफ्ते ही कंपनी ने बताया था कि वह दक्षिण रेलवे के एक और प्रोजेक्ट के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी बनी है। इस नए ऑर्डर की पुष्टि के साथ यह साफ हो गया है कि रेलवे की ओर से आरवीएनएल को लगातार बड़ी जिम्मेदारियां दी जा रही हैं। इससे कंपनी की साख में भी इजाफा हुआ है।
ऑर्डर का पूरा विवरण
आरवीएनएल ने अपने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसे दक्षिण रेलवे के सलेम डिवीजन में इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन सिस्टम को अपग्रेड करने का ठेका मिला है। यह ठेका कुल 143 करोड़ रुपये का है और इसे 24 महीने यानी दो साल की अवधि में पूरा किया जाना है। इस परियोजना के तहत रेलवे के मौजूदा इलेक्ट्रिक इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड किया जाएगा ताकि ट्रेनों की गति और सुरक्षा दोनों में सुधार हो सके।
साउथ सेंट्रल रेलवे से भी मिला था ऑर्डर
इससे पहले 27 जून को आरवीएनएल ने जानकारी दी थी कि उसने साउथ सेंट्रल रेलवे के विजयवाड़ा डिवीजन में एक प्रोजेक्ट के लिए सबसे कम बोली लगाई है। इस प्रोजेक्ट का मूल्य 213 करोड़ रुपये से ज्यादा है और इसे भी 24 महीनों में पूरा करना है। कंपनी लगातार रेलवे सेक्टर में अपनी उपस्थिति को मज़बूत कर रही है और इससे उसके ऑर्डर बुक में तेजी से इजाफा हो रहा है।
शेयर पर दिखा असर
शनिवार को ऑर्डर मिलने की खबर सामने आने के बाद उम्मीद की जा रही है कि सोमवार के बाजार में कंपनी के शेयरों में हलचल तेज हो सकती है। शुक्रवार को आरवीएनएल का शेयर मामूली बढ़त के साथ 391.35 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। इस सप्ताह की शुरुआत में भी शेयर में हल्की तेजी देखने को मिली थी।
शेयर का प्रदर्शन कैसा रहा
आरवीएनएल के शेयरों ने बीते एक साल में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। हालांकि, यह अपने साल के उच्चतम स्तर 647 रुपये से नीचे चल रहा है। साल का न्यूनतम स्तर 295 रुपये का है। एक साल पहले तक यह शेयर 500 रुपये से ऊपर कारोबार कर रहा था। लेकिन हाल के सरकारी प्रोजेक्ट्स और लगातार ऑर्डर मिलने से इसमें दोबारा तेजी की उम्मीद जताई जा रही है।
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में मजबूत पकड़
रेल विकास निगम एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है जो भारत सरकार के अधीन है। इसकी स्थापना रेलवे से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए की गई थी। कंपनी ट्रैक निर्माण, सिग्नलिंग, इलेक्ट्रिफिकेशन, ब्रिज निर्माण जैसे तमाम कार्यों में माहिर है। बीते कुछ सालों में कंपनी ने कई बड़े प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिससे उसे रेलवे मंत्रालय से लगातार नए प्रोजेक्ट्स मिल रहे हैं।
लगातार बढ़ रही है ऑर्डर बुक
आरवीएनएल की ऑर्डर बुक में लगातार इजाफा हो रहा है। इस साल की शुरुआत से अब तक कंपनी को विभिन्न डिवीजनों से कई सौ करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स मिले हैं। दक्षिण रेलवे और साउथ सेंट्रल रेलवे के अलावा अन्य ज़ोन भी कंपनी को ठेके दे चुके हैं। इससे कंपनी के राजस्व और मुनाफे पर सकारात्मक असर पड़ने की उम्मीद है।
तकनीकी जानकारों के अनुसार, 400 रुपये के पास स्टॉक को एक मजबूत रेजिस्टेंस मिला है। अगर कंपनी को मिल रहे ऑर्डर की रफ्तार ऐसी ही बनी रही, तो इसमें नई तेजी देखने को मिल सकती है। फिलहाल निवेशकों की नजर सोमवार के ट्रेडिंग सत्र पर टिकी रहेगी क्योंकि बाजार इस ताजा ऑर्डर को किस नजर से देखता है, यह अहम रहेगा।
निवेशकों की नजर अब नए ऑर्डर पर
निवेशक अब कंपनी की अगली चाल पर नजर रख रहे हैं। कंपनी के पास पहले से ही भारी ऑर्डर बुक है और नए प्रोजेक्ट्स मिलने की रफ्तार लगातार बनी हुई है। बाजार में यह उम्मीद भी जताई जा रही है कि अगर अगले तिमाही परिणाम अच्छे रहे तो स्टॉक अपने पुराने उच्चतम स्तर की ओर लौट सकता है।