'सैम बहादुर' ने 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में तीन प्रमुख पुरस्कार जीते। फातिमा सना शेख ने इंदिरा गांधी का किरदार निभाने पर गर्व जताया और इसे देश के वीरों को समर्पित किया।
Fatima Sana: भारतीय सिनेमा में जब इतिहास और भावना का संगम होता है, तो नतीजे हमेशा खास होते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में, जहां मेघना गुलजार द्वारा निर्देशित ‘सैम बहादुर’ ने तीन अहम पुरस्कार अपने नाम किए। इस जीत पर फिल्म से जुड़ी टीम समेत दर्शकों में भी खुशी की लहर दौड़ गई। खासकर फातिमा सना शेख, जिन्होंने फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभाई थी, उन्होंने इस मौके पर अपनी भावनाएं खुलकर साझा कीं।
तीन राष्ट्रीय पुरस्कारों की शानदार उपलब्धि
1 अगस्त को नई दिल्ली के राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई। इस वर्ष कई उत्कृष्ट फिल्मों और कलाकारों को सराहा गया, लेकिन ‘सैम बहादुर’ का प्रदर्शन खास तौर पर चर्चा का विषय बना। इस फिल्म को निम्न तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया:
- राष्ट्रीय, सामाजिक और पर्यावरणीय मूल्यों पर आधारित सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म
- सर्वश्रेष्ठ मेकअप
- सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिज़ाइन
ये पुरस्कार न केवल फिल्म की तकनीकी और कलात्मक गुणवत्ता को रेखांकित करते हैं, बल्कि इसकी संवेदनशील कहानी और ऐतिहासिक प्रामाणिकता को भी मान्यता देते हैं।
फातिमा सना शेख की भावनात्मक प्रतिक्रिया
फिल्म में इंदिरा गांधी के किरदार को जीवंत करने वाली फातिमा सना शेख ने पुरस्कारों की घोषणा के बाद सोशल मीडिया और एक टीवी साक्षात्कार में अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा: '‘सैम बहादुर’ की टीम को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर मैं बेहद गर्व महसूस कर रही हूं। यह मेरे करियर का एक विशेष क्षण है। इंदिरा गांधी जैसी ऐतिहासिक शख्सियत को निभाना मेरे लिए सम्मान की बात रही है।' फातिमा ने आगे कहा कि यह पुरस्कार उन सभी कलाकारों और तकनीशियनों की मेहनत का नतीजा है जो पर्दे के पीछे काम करते हैं लेकिन अक्सर उनकी मेहनत नजरों से छूट जाती है।
'यह पुरस्कार देश के बहादुर सैनिकों को समर्पित है'
फातिमा ने भावुक होते हुए एक बेहद मार्मिक बात कही: 'यह जीत केवल हमारी नहीं है। यह हमारे देश के उन वीर सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा की। ‘सैम बहादुर’ उनके जीवन की कहानी है। यह फिल्म हमें याद दिलाती है कि उनका बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाएगा।' उनकी यह भावना दर्शाती है कि फिल्म केवल एक कलाकार की भूमिका भर नहीं थी, बल्कि एक ऐतिहासिक जिम्मेदारी थी, जिसे उन्होंने पूरे समर्पण से निभाया।
‘सैम बहादुर’ की कहानी: सच्चाई और साहस का मेल
फिल्म ‘सैम बहादुर’ भारत के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के जीवन पर आधारित है। यह फिल्म उनके साहस, रणनीतिक सोच और देशभक्ति को बखूबी दर्शाती है। विक्की कौशल द्वारा निभाया गया सैम मानेकशॉ का किरदार अब तक के उनके सबसे प्रभावशाली प्रदर्शन में से एक माना जा रहा है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे 1971 के युद्ध में उनके नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान को मात दी और 90,000 से अधिक सैनिकों को युद्धबंदी बनाया गया। फिल्म में फातिमा के अलावा सान्या मल्होत्रा, मोहम्मद जीशान अय्यूब और कल्कि केकलां जैसे कलाकार भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
फातिमा की हालिया फिल्में भी बनी चर्चा का विषय
‘सैम बहादुर’ के बाद फातिमा सना शेख को फिल्म ‘मेट्रो…इन दिनों’ में देखा गया, जिसमें उन्होंने श्रुति का किरदार निभाया। यह फिल्म अनुराग बसु के निर्देशन में बनी थी और 4 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इसके बाद नेटफ्लिक्स पर उनकी रोमांटिक ड्रामा फिल्म ‘आप जैसा कोई’ रिलीज हुई, जिसमें उन्होंने मधु बोस का किरदार निभाया। इन सभी फिल्मों में फातिमा की विविधता भरी भूमिकाएं यह दिखाती हैं कि वे अब केवल सपोर्टिंग रोल्स तक सीमित नहीं हैं, बल्कि अपने अभिनय से हर किरदार में जान डाल रही हैं।