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शुभमन गिल ने इंग्लैंड में रचा इतिहास, कप्तान के रूप में बनाए 754 रन, तोड़े कई बड़े रिकॉर्ड 

शुभमन गिल ने इंग्लैंड में रचा इतिहास, कप्तान के रूप में बनाए 754 रन, तोड़े कई बड़े रिकॉर्ड 

शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 754 रन बनाकर कप्तान के रूप में ग्राहम गूच का रिकॉर्ड तोड़ा, लेकिन ब्रैडमैन और गावस्कर के रिकॉर्ड से चूक गए।

Shubman Gill Record: भारतीय टेस्ट टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज में अपने शानदार प्रदर्शन से क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। पहली बार टेस्ट कप्तान के रूप में मैदान में उतरे गिल ने अपने बल्ले से ऐसा तूफान मचाया कि इतिहास के पन्नों में उनका नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया। गिल ने सीरीज में कुल 754 रन बनाए, जिससे वह न सिर्फ भारत के लिए बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए भी एक मिसाल बन गए हैं।

ग्राहम गूच का रिकॉर्ड टूटा, ब्रैडमैन से चूके

शुभमन गिल ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ग्राहम गूच का 34 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक टेस्ट सीरीज में कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरा स्थान हासिल कर लिया है। ग्राहम गूच ने 1990 में भारत के खिलाफ 752 रन बनाए थे, लेकिन गिल ने इस बार 754 रन जड़कर उन्हें पीछे छोड़ दिया। हालांकि गिल के पास क्रिकेट के सबसे बड़े नाम सर डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड तोड़ने का सुनहरा मौका था, लेकिन वह इस ऐतिहासिक उपलब्धि से सिर्फ 56 रन दूर रह गए। ब्रैडमैन ने 1936-37 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कप्तान के तौर पर 810 रन बनाए थे, जो आज भी रिकॉर्ड की ऊंची मिसाल है।

सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड भी रह गया अधूरा

गिल के बल्ले से निकले रनों की बारिश के बावजूद वह भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाए। गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी पहली ही टेस्ट सीरीज में 774 रन बनाए थे। गिल महज 21 रन से इस ऐतिहासिक भारतीय रिकॉर्ड को तोड़ने से चूक गए। हालांकि अगर गिल की पारियों को देखें तो यह किसी भी मायने में कम नहीं रही। उन्होंने पांच टेस्ट मैचों की 10 पारियों में 75.4 की औसत से रन बनाए, जिसमें एक दोहरा शतक और तीन अन्य शतक शामिल हैं। यह उनके करियर की अब तक की सबसे प्रभावशाली टेस्ट सीरीज रही है।

एशियाई बल्लेबाजों में सबसे आगे

गिल ने इंग्लैंड की धरती पर एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले एशियाई बल्लेबाज का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है। उन्होंने एजबेस्टन टेस्ट में पहली पारी में 269 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली, जो इंग्लैंड में किसी भी भारतीय बल्लेबाज का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। इससे पहले यह रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ के नाम था, जिन्होंने 2002 में 217 रन बनाए थे।

कप्तानी में भी दिखाया परिपक्वता का परिचय

गिल ने केवल बल्ले से ही नहीं, बल्कि कप्तानी में भी काफी परिपक्वता दिखाई। युवा खिलाड़ियों को मौका देना, गेंदबाजों का स्मार्ट उपयोग और फील्डिंग में बदलाव के लिए लिए गए फैसले उनकी रणनीतिक सोच को दर्शाते हैं। उन्होंने एक आक्रामक लेकिन संतुलित नेतृत्व शैली अपनाई, जिसने टीम को कई मुश्किल हालात से उबारा।

क्रिकेट के भविष्य के सितारे

शुभमन गिल ने इस प्रदर्शन के बाद यह साबित कर दिया है कि वह सिर्फ एक असाधारण बल्लेबाज नहीं बल्कि एक होनहार कप्तान भी हैं। उनकी तकनीकी समझ, मानसिक दृढ़ता और आक्रामक खेल भावना भारतीय टेस्ट क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की क्षमता रखती है।

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