अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से थाईलैंड और कंबोडिया ने मलेशिया में एशियान शिखर सम्मेलन के दौरान युद्ध विराम का विस्तार किया। सीमा से भारी हथियार हटाने और सैनिक रिहाई समझौते का हिस्सा है।
World News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता के बाद थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्ध विराम का विस्तार हो गया है। मलेशिया में आयोजित एशियान शिखर सम्मेलन में ट्रंप की मौजूदगी में दोनों देशों के नेताओं ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह कदम दक्षिण-पूर्व एशिया में शांति और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।
क्या है थाईलैंड-कंबोडिया विवाद
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच विवाद का मुख्य कारण प्राचीन प्रह विहार मंदिर है। यह विवाद 1950 के दशक से चल रहा है। फ्रांस से स्वतंत्रता मिलने के बाद 1954 में थाई सेना ने मंदिर क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था। बाद में 1962 में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) ने कंबोडिया के पक्ष में फैसला सुनाया, लेकिन सीमा निर्धारण को लेकर तनाव बना रहा।
2008 में प्रह विहार को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया, जिसके बाद सीमावर्ती झड़पें और बढ़ गईं। हाल के वर्षों में, विशेष रूप से 2025 में, सीमा पर हुई गोलीबारी में दर्जनों लोग मारे गए और लाखों लोग विस्थापित हुए। इस समझौते के तहत थाईलैंड ने 18 कंबोडियाई सैनिकों को रिहा करने और सीमा से भारी हथियार हटाने का निर्णय लिया है।
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच करीब 800 किलोमीटर लंबी सीमा है, जिस पर दशकों से विवाद चल रहा है। इससे पहले दोनों देशों के बीच केवल छिटपुट टकराव ही होते रहे हैं।

ट्रंप ने युद्ध विराम के लिए क्या किया
गर्मियों में ट्रंप ने दोनों देशों पर उच्च शुल्क लगाने की चेतावनी देकर उन्हें युद्ध समाप्त करने के लिए मजबूर किया। उनकी कूटनीति ने क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा दिया। इस समझौते में दोनों देशों द्वारा सीमा से भारी हथियार हटाना और थाईलैंड की ओर से 18 कंबोडियाई सैनिकों की रिहाई शामिल है।
इस निर्णय से मानवीय संकट कम होने की उम्मीद है और सीमा विवाद के कारण प्रभावित व्यापार तथा पर्यटन क्षेत्र को राहत मिलेगी। आसियान महासचिव गाओ फंग ने इसे "क्षेत्रीय एकता की जीत" बताया, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने इस शांति प्रयास की सराहना की।
क्या हुआ इसका आर्थिक प्रभाव
विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थिरता लाएगा। कंबोडिया की कृषि और वस्त्र उद्योग की अर्थव्यवस्था इससे लाभान्वित होगी। थाईलैंड के पर्यटन क्षेत्र को प्रह विहार जैसे ऐतिहासिक स्थलों से अधिक आगंतुक मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
दोनों देशों को भविष्य में किसी भी तनाव से बचने के लिए सीमा सर्वेक्षण और संयुक्त गश्त पर काम तेज करना होगा। हस्ताक्षर समारोह के बाद ट्रंप ने कहा, "अमेरिका हमेशा मित्र राष्ट्रों की मदद करता है। यह शांति का दिन है।" इस समझौते से अमेरिका की एशिया नीति भी मजबूत हुई है।










