त्योहारी और शादियों के सीजन में देश में 7 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है। ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स, पारंपरिक सजावट, परिधान और सूखे मेवे सबसे ज्यादा बिकने की उम्मीद है। यूपी में पटाखों की बिक्री अकेले 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा होने की संभावना है।
नई दिल्ली: भारतीय उद्योग व्यापार मंडल (BUVM) ने इस साल के त्योहारी और आगामी शादियों के सीजन में देश में 7.58 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया है। 22 सितंबर से शुरू हुए शारदीय नवरात्रि के बाद बाजारों में तेजी आई है, खासकर छोटे और मझोले शहरों में। ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, किराने का सामान, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स और पारंपरिक सजावट की बिक्री सबसे ज्यादा रहने की उम्मीद है। यूपी में पटाखों की बिक्री अकेले 10,000 करोड़ रुपये तक पहुँच सकती है, जबकि ग्रामीण और शहरी बाजार दोनों में मांग मजबूत बनी हुई है।
छोटे शहर और ग्रामीण बाजारों में बिक्री तेजी
बाबू लाल गुप्ता ने कहा कि गाड़ी, रियल एस्टेट, किराने की आवश्यक वस्तुएं, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स, पारंपरिक सजावट, परिधान और सूखे मेवे सभी क्षेत्रों में सकारात्मक रुझान देखा जा रहा है। खासकर दूसरी और तीसरी श्रेणी के छोटे शहरों में घरेलू उत्पादों की मांग अच्छी बनी हुई है। मिट्टी के दीये, मूर्तियां और हाथ से बनी पारंपरिक सजावटी वस्तुएं भी मौसमी रीति-रिवाजों के कारण लोकप्रिय हो रही हैं।
ग्रामीण बाजारों में बिक्री की गति भी तेज है। फसल कटाई के बाद आय और शादी-ब्याह से जुड़े खर्चों के कारण ग्रामीण क्षेत्र में खरीदारी में वृद्धि देखी जा रही है। इससे स्थानीय व्यापारियों को लाभ पहुंच रहा है और बाजार में उत्साह बना हुआ है।
ऑटोमोबाइल और रियल एस्टेट में सबसे अधिक बिक्री की उम्मीद
BUVM की रिपोर्ट के अनुसार, इस बार ऑटोमोबाइल क्षेत्र में सबसे अधिक बिक्री का अनुमान है। कार, बाइक और ई-रिक्शा सहित इस क्षेत्र में लगभग 1.30 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना है। रियल एस्टेट और निर्माण सामग्री क्षेत्र 1.20 लाख करोड़ रुपये के साथ दूसरे स्थान पर है।
आवश्यक वस्तुओं की बिक्री में भी मजबूती नजर आ रही है, जिसका अनुमान लगभग एक लाख करोड़ रुपये है। इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक्स, आभूषण और परिधानों की मांग भी लगातार बढ़ रही है। मुंबई, चेन्नई और उत्तर भारत के छोटे शहरों में दुकानदारों ने आतिशबाजी और त्योहारी सजावटी सामान की मांग में वृद्धि देखी है।
पटाखों की बिक्री में उछाल
त्योहारी सीजन में पटाखों की बिक्री भी समग्र कारोबार में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। बाबू लाल गुप्ता के अनुसार, अकेले उत्तर प्रदेश में इस क्षेत्र में लगभग 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की बिक्री होने की उम्मीद है। दिवाली और नवरात्रि जैसे त्यौहारों के कारण आतिशबाजी की मांग में वृद्धि देखी जा रही है।
छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में भी पटाखों की बिक्री उत्साहजनक है। इससे व्यापारियों को फायदा होने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं।
त्योहारी सीजन की शुरुआत और सर्वे रिपोर्ट
इस साल 22 सितंबर को शारदीय नवरात्रि के साथ ही त्योहारी सीजन की शुरुआत हुई। दिवाली और इसके बाद आने वाले शादियों के मौसम में बाजार की रफ्तार और बढ़ने की उम्मीद है। BUVM की विशेष समिति ने देश भर के प्रमुख व्यापार केंद्रों से आंकड़े जुटाए।
समिति ने दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, हैदराबाद, जयपुर, चंडीगढ़, कानपुर, पटना, इंदौर, रायपुर, रांची, हरिद्वार, त्रिपुरा और कटक सहित अन्य प्रमुख शहरों से डेटा संग्रहित किया। स्थानीय व्यापारियों की जानकारी को राष्ट्रीय अनुमान तैयार करने में शामिल किया गया।
ग्राहकों का रुझान और बाजार का उत्साह
बाबू लाल गुप्ता ने बताया कि इस साल उपभोक्ता का रुझान विशेष रूप से स्थानीय और घरेलू उत्पादों की ओर है। जीएसटी में कटौती और त्योहारी बोनस के कारण खरीदारी की क्षमता बढ़ी है।
विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक रुझान देखा जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक्स, गहनों, परिधानों और घरेलू सजावट सामग्री की मांग में वृद्धि हुई है। ग्रामीण और छोटे शहरों के बाजार भी इस समय उत्साहित हैं।
त्योहारी और शादियों का अनुमानित कारोबार
BUVM के अनुसार, इस बार त्योहारी और शादियों के मौसम में कुल कारोबार लगभग 7.58 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, आवश्यक वस्तुएं, इलेक्ट्रॉनिक्स, आभूषण और परिधान जैसे क्षेत्रों में बढ़ती मांग इस अनुमान को पुष्ट करती है।
पटाखों और सजावटी वस्तुओं की बिक्री ने भी कारोबार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु और अन्य राज्यों में दुकानदारों ने उत्साहजनक खरीदारी का अनुभव किया है।
इस प्रकार, त्योहारी और शादियों के सीजन ने देश में व्यापार और उपभोक्ता गतिविधियों को नई ऊर्जा दी है और लगभग 7.58 लाख करोड़ रुपये के कारोबार की संभावना इस उत्साह को दर्शाती है।