शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने सोमवार, 18 अगस्त को कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने का खुले मन से स्वागत करती है।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने खुला समर्थन व्यक्त किया है। सोमवार (18 अगस्त) को मीडिया से बातचीत में राउत ने कहा कि महाराष्ट्र से जुड़े किसी भी व्यक्ति का संवैधानिक पद के लिए चयन होना गर्व की बात है और इसे खुले मन से स्वागत किया जाना चाहिए।
संजय राउत ने हालांकि स्पष्ट नहीं किया कि उनकी पार्टी NDA के उम्मीदवार को समर्थन देगी या नहीं। उन्होंने कहा, हमें खुशी है कि सी. पी. राधाकृष्णन उप-राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। इससे पहले भी महाराष्ट्र से जुड़े शंकर दयाल शर्मा उप-राष्ट्रपति और बाद में राष्ट्रपति बने थे। जब भी महाराष्ट्र से जुड़े कोई व्यक्ति ऐसे उच्च संवैधानिक पद के लिए चुने जाते हैं, हम उसका स्वागत करते हैं। लेकिन राधाकृष्णन NDA के उम्मीदवार हैं और शिवसेना (यूबीटी) ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा है।
विपक्षी उम्मीदवार पर चर्चा
संजय राउत ने आगे बताया कि विपक्ष ने उप-राष्ट्रपति उम्मीदवार के चयन पर विचार-विमर्श किया है। राज्यसभा सदस्य के अनुसार, कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने विपक्ष के उम्मीदवार पर चर्चा के लिए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। राउत ने कहा, जब उद्धव ठाकरे पिछले सप्ताह नई दिल्ली गए थे, तो उप-राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर विचार-विमर्श हुआ।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के सामने अपनी राय रखी। उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना (यूबीटी) इस मामले में स्वतंत्र निर्णय नहीं लेगी, बल्कि ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ आम सहमति बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएगी। संजय राउत ने कहा, अगर ‘इंडिया’ गठबंधन और NDA के बीच किसी प्रकार की आम सहमति बनती है, तो शिवसेना (यूबीटी) भी उस प्रक्रिया का हिस्सा होगी। इस मुद्दे पर अलग निर्णय लेने की जरूरत नहीं है।
NDA का उम्मीदवार: सी.पी. राधाकृष्णन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की पृष्ठभूमि से आने वाले सी.पी. राधाकृष्णन को NDA का उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है। राधाकृष्णन तमिलनाडु के वरिष्ठ नेता रहे हैं और लंबे समय से बीजेपी के संगठन से जुड़े हैं। बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद यह घोषणा की। इसके अलावा पार्टी ने सहयोगी दलों के साथ भी इस मामले में विचार-विमर्श किया।
राधाकृष्णन का नाम आने के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है, क्योंकि उनका अनुभव और राजनीतिक पृष्ठभूमि उन्हें इस संवैधानिक पद के लिए योग्य बनाती है। संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र से जुड़े नेताओं का संवैधानिक पदों पर आना राज्य के लिए गर्व की बात है। उन्होंने शंकर दयाल शर्मा का उदाहरण दिया, जो महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल थे और बाद में उप-राष्ट्रपति और राष्ट्रपति बने।