नौवीं वरीयता प्राप्त रूस के टेनिस खिलाड़ी दानिल मेदवेदेव इस बार विंबलडन में बड़े उलटफेर का शिकार हो गए। सोमवार को खेले गए पहले राउंड में मेदवेदेव को 64वीं रैंकिंग वाले बेंजामिन बोंजी के हाथों 7-6 (2), 3-6, 7-6 (3), 6-2 से हार का सामना करना पड़ा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: विंबलडन 2025 का आगाज कई अप्रत्याशित मोड़ लेकर आया है। जहां एक ओर दुनिया के टॉप खिलाड़ियों में शामिल दानिल मेदवेदेव पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गए, वहीं महिला वर्ग में दो बार की विंबलडन फाइनलिस्ट ओन्स जाबूर को भीषण गर्मी के चलते बीच मैच में हटना पड़ा, जिससे उनके प्रशंसकों को बड़ा झटका लगा।
मेदवेदेव को बोंजी ने किया बाहर
रूस के स्टार खिलाड़ी और टूर्नामेंट में नौवीं वरीयता प्राप्त दानिल मेदवेदेव का सफर इस बार बेहद निराशाजनक रहा। उन्हें फ्रांस के बेंजामिन बोंजी ने 7-6 (2), 3-6, 7-6 (3), 6-2 से हराकर टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया। यह मुकाबला करीब साढ़े तीन घंटे तक चला, जिसमें मेदवेदेव की रणनीति और मानसिक दृढ़ता दोनों कमजोर पड़ती दिखीं।
गौरतलब है कि पिछले साल मेदवेदेव विंबलडन के सेमीफाइनल तक पहुंचे थे, लेकिन इस बार पहले ही राउंड में हार उनके लिए करारा झटका है। यही नहीं, यह लगातार दूसरा ग्रैंड स्लैम है, जिसमें मेदवेदेव पहले राउंड में हारकर बाहर हुए। इससे पहले पेरिस में हुए फ्रेंच ओपन में भी वह शुरुआती मैच में ही उलटफेर का शिकार हुए थे।
मेदवेदेव की यह स्थिति 2017 के बाद दोबारा देखने को मिली, जब वह ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन दोनों में पहले राउंड में हार गए थे। साल 2023 में भी फ्रेंच ओपन में क्वालीफायर थियागो सेबॉथ वाइल्ड ने मेदवेदेव को बाहर किया था, जिससे उनका प्रदर्शन लगातार सवालों के घेरे में रहा है।
ओन्स जाबूर की उम्मीदों पर भी गर्मी ने फेरा पानी
महिला वर्ग में भी एक बड़ा झटका तब लगा, जब दो बार की फाइनलिस्ट और कभी दुनिया की नंबर 2 खिलाड़ी रह चुकीं ट्यूनीशिया की ओन्स जाबूर मैच के बीच में ही रिटायर होने को मजबूर हुईं। जाबूर ने बुल्गारिया की विक्टोरिया टोमोवा के खिलाफ मुकाबला खेला, लेकिन बढ़ती गर्मी और अपनी तबीयत बिगड़ने की वजह से उन्होंने बीच में ही हार मान ली।
पहले सेट में जाबूर ने संघर्ष किया और 7-6 (7-5) से सेट गंवाया। इसके बाद दूसरे सेट में 0-2 से पीछे रहते हुए उन्होंने खेल छोड़ने का फैसला किया। मैच के दौरान जाबूर की हालत बिगड़ती दिख रही थी। 3-2 के स्कोर पर उन्होंने करीब 14 मिनट का मेडिकल टाइमआउट लिया, जहां मेडिकल स्टाफ ने उनका ब्लड प्रेशर भी चेक किया और आइस पैक से राहत पहुंचाने की कोशिश की।
मगर भीषण गर्मी — जिसमें तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका था — ने उनके शरीर पर ऐसा असर डाला कि वह दोबारा लय में लौट ही नहीं सकीं। जाबूर ने सिर तौलिए में छिपाए रखा और बार-बार पानी पीती रहीं, लेकिन उनकी चाल में कमजोरी और थकावट साफ नजर आ रही थी। आखिरकार, उन्होंने मैच बीच में छोड़कर टोमोवा को दूसरे राउंड का टिकट थमा दिया।
फैंस में निराशा, टूर्नामेंट में रोमांच बरकरार
मेदवेदेव और जाबूर जैसे बड़े नामों के बाहर होने से विंबलडन के शुरुआती दौर में ही बड़ा रोमांच देखने को मिला। मेदवेदेव के लिए यह लगातार दूसरा ग्रैंड स्लैम अपसेट उनके आत्मविश्वास पर सवाल खड़े करता है। वहीं जाबूर के लिए गर्मी ने उनकी तैयारियों पर पानी फेर दिया, और यह उनकी फिटनेस को लेकर भी चिंता बढ़ा सकता है।
हालांकि, इन झटकों के बावजूद टूर्नामेंट का रोमांच कम नहीं हुआ है। नए चेहरों को अब बड़े मंच पर खुद को साबित करने का मौका मिलेगा, जबकि फैंस यह देखने को बेताब होंगे कि कौन आगे चलकर विंबलडन का ताज अपने नाम करता है।