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यूपी विधानसभा: सपा विधायक पूजा पाल का पार्टी से निष्कासन, सीएम योगी की प्रशंसा बनी वजह, जानिए पूरा मामला

यूपी विधानसभा: सपा विधायक पूजा पाल का पार्टी से निष्कासन, सीएम योगी की प्रशंसा बनी वजह, जानिए पूरा मामला

सपा विधायक पूजा पाल ने यूपी विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की। पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता माना और तुरंत उन्हें निष्कासित कर दिया।

UP: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए ऐसा कदम उठाया जिसे पार्टी ने गंभीर अनुशासनहीनता माना। इसके बाद सपा ने तुरंत पूजा पाल को पार्टी से बाहर कर दिया। यह घटना राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा का विषय बनी हुई है।

राज्यसभा क्रॉस वोटिंग: पूजा पाल की पहली गलती

पूजा पाल की पहली गलती वर्ष 2024 के राज्यसभा चुनाव में हुई थी। उन्होंने पार्टी लाइन का उल्लंघन करते हुए बीजेपी के उम्मीदवार को वोट दिया। उस समय पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें माफ़ कर दिया और कार्रवाई नहीं की। हालांकि यह एक चेतावनी थी कि पार्टी के भीतर अनुशासन की निगरानी की जा रही है।

मानसून सत्र में सीएम योगी की प्रशंसा और सपा की प्रतिक्रिया

हाल ही में मानसून सत्र के दौरान पूजा पाल ने विधानसभा में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में महिलाओं और पीड़ित परिवारों के न्याय के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जीरो टॉलरेंस नीति लागू करने के चलते अपराधियों को कड़ी सजा मिली और अपराध नियंत्रण में मदद मिली।

सपा ने इसे पार्टी अनुशासन का उल्लंघन माना। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी सदस्य को पार्टी लाइन के खिलाफ बयान देने की अनुमति नहीं है। पूजा पाल की प्रशंसा व्यक्तिगत अनुभव और न्याय की सराहना के आधार पर थी, लेकिन पार्टी ने इसे गंभीर गलती मानते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया।

राजू पाल हत्याकांड: व्यक्तिगत वजह से प्रशंसा

पूजा पाल के पति, पूर्व विधायक राजू पाल, की हत्या अतीक अहमद के लोगों ने उनकी शादी के नौ दिन बाद की थी। यह हत्या चुनावी रंजिश की वजह से हुई थी, क्योंकि राजू पाल ने 2004 में अतीक के भाई को चुनाव में हराया था।

पूजा पाल ने कहा कि उनके पति के हत्यारे को सजा दिलाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यही वजह है कि उन्होंने विधानसभा में मुख्यमंत्री की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य केवल न्याय की सराहना करना था, न कि राजनीतिक दल के खिलाफ कदम उठाना।

सपा का अनुशासन

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी नेतृत्व ने साफ कर दिया कि अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पहली गलती को नजरअंदाज किया गया, लेकिन दूसरी गलती ने पार्टी की धारा का उल्लंघन किया। पार्टी का कहना है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पूजा पाल का विधानसभा बयान: न्याय की सराहना

मानसून सत्र में पूजा पाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में महिलाओं और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का काम किया। उन्होंने कहा कि अपराधियों को दंडित करने के लिए योगी सरकार की नीतियाँ प्रभावी साबित हुई हैं, उन्होंने स्पष्ट किया कि वह पार्टी के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उनका उद्देश्य केवल न्याय की सराहना करना था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्णय ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से संतोष और सुकून दिया।

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