बंटवारे में गई थी पिता की जान

बेटे को देखने आई लड़की की बड़ी बहन को दिल दे बैठे थे जगदीप, 3 शादियों से 6 बच्चे

पति की मौत के बाद काम की तलाश में मां जगदीप को लेकर मुंबई आईं

जगदीप का जन्म मध्यप्रदेश के दतिया में 29 मार्च 1939 को एक संपन्न परिवार में हुआ था। जन्म के बाद उनकी परवरिश ठाट-बाट से हुई थी, लेकिन ये खुशियां बस चंद दिनों की थीं, जिसके बाद उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

परिवार के गुजारे के लिए पढ़ाई छोड़ काम करने लगे

मुंबई जाने के बाद परिवार के गुजारे के लिए जगदीप की मां अनाथालय में काम करने लगीं। वहां पर उनका काम खाना बनाने का होता था, जिस वजह से सुबह से शाम तक उन्हें वहां काम करना पड़ता था। जगदीप को मां की ऐसी हालत देखकर बहुत बुरा लगता था।

रुपए के लिए फिल्म में काम करने को राजी हुए

ये बात 50 के दशक की है। इन्हीं दिनों बी.आर चोपड़ा फिल्म अफसाना बनाने की तैयारी कर रहे थे। फिल्म के सीन के लिए उन्हें कुछ बाल कलाकारों की जरूरत थी। जब फिल्म की कास्टिंग टीम एक दिन बच्चों की तलाश में निकली, तो उसकी नजर जगदीप पर पड़ी।

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