"मुझे लगा हम साथ रहेंगे..." हेमा मालिनी की अधूरी ख्वाहिश और प्यार की दास्तां

धर्मेंद्र से शादी को कई दशक हो चुके, लेकिन हेमा मालिनी का दिल अब भी चाहता है थोड़ा और वक़्त, थोड़ा और साथ। जानिए क्यों कहा उन्होंने – "मैंने कुछ खो दिया..."

जब प्यार सब कुछ नहीं होता...

हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र से बेइंतिहा प्यार किया, लेकिन हमेशा साथ रहना मुमकिन न हो सका।

1980 की वो प्राइवेट शादी

तमिल रीति-रिवाजों से हुई थी शादी, जब धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा थे।

"मैंने कुछ खो दिया..." - हेमा मालिनी

एक इंटरव्यू में हेमा ने कहा – बेटियों में जीवन लग गया, अब लगता है कुछ अधूरा रह गया।

साथ नहीं रह पाए...

शादी के बाद भी हेमा और धर्मेंद्र अलग-अलग घरों में रहे – एक चुप्पी भरा साथ।

"वो पागलों की तरह प्यार करते हैं..."

हेमा ने कहा – उनकी गैर-मौजूदगी में भी, उनका प्यार हर पल साथ रहता है।

एक अधूरी लेकिन सच्ची मोहब्बत

ये कहानी बताती है कि प्यार का मतलब हमेशा साथ रहना नहीं होता – बल्कि समझना होता है।

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