रणबीर कपूर और कैटरीना कैफ की राजनीति ने 2010 में सबका दिल जीत लिया था।
2010 में आई इस पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म ने बॉलीवुड में नई बहस और नए मानक खड़े कर दिए थे।
शुरू में प्लान नहीं था, लेकिन फिल्म के किरदार खुद-ब-खुद महाभारत जैसे बनते गए – समर = अर्जुन, इंदु = द्रौपदी।
‘सावरिया’ भी रिलीज नहीं हुई थी जब रणबीर को कास्ट किया गया। सेट पर उनका साइलेंट सीन देखकर टीम दंग रह गई।
कैटरीना ने अपने पावरफुल हिंदी डायलॉग्स को याद करने में पूरे 40 दिन लगा दिए – मेहनत रंग लाई
फिल्म को सोनिया गांधी से जोड़कर कांग्रेस ने आपत्ति जताई, और सेंसर बोर्ड ने कुछ सीन पर रोक लगाई।
एक ऐसी कहानी जिसने भारतीय राजनीति और समाज का असली चेहरा दिखाया – और आज भी उतनी ही प्रासंगिक है।