वराह अवतार: भगवान वराह कौन हैं और क्यों है खास

भगवान वराह विष्णु जी के तीसरे अवतार हैं। जानिए इनका स्वरूप, पूजा का महत्व और वराह जयंती क्यों है ट्रेंड में।

वराह जयंती 2025

इस साल वराह जयंती 25 अगस्त को मनाई जाएगी। पूजा का मुहूर्त दोपहर 01:40 से शाम 04:15 तक है।

कौन हैं भगवान वराह

भगवान वराह विष्णु जी के तीसरे अवतार हैं और इन्हें उद्धारक देवता के रूप में जाना जाता है।

वराह का स्वरूप

इनका मुख शुकर का और शरीर इंसानी है। इनके दांतों में पृथ्वी को समुद्र से उठाने की शक्ति होती है।

हाथ में हथियार

भगवान वराह अपने हाथों में तलवार या भाला धारण करते हैं, जो उनके योद्धा रूप को दर्शाता है।

वराह अवतार क्यों लिया

राक्षस हिरण्याक्ष ने पृथ्वी को हरण किया। भगवान वराह ने उसे समुद्र से बाहर निकालकर धरती को स्थापित किया।

पूजा और लाभ

वराह जयंती पर पूजा करने से सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है और शत्रु से रक्षा मिलती है।

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