2024 में भारतीय राजनीति में कुछ नेताओं के बयानों ने खासा विवाद खड़ा किया। इन बयानों ने न केवल सियासी जगत में हलचल मचाई, बल्कि मीडिया और जनता के बीच भी जमकर चर्चा का विषय बने।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी और बीजेपी को "जहरीला सांप" बताया और यहां तक कहा कि इस सांप को मार देना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने पीएम मोदी को "झूठों का सरदार" और उनकी सरकार को "तैमूर लंग" से तुलना करते हुए निशाना साधा।
लालू प्रसाद यादव ने बिहार में नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार "आंखें सेंकने जा रहे हैं"।
वाशिंगटन में राहुल ने एक सिख से पूछा कि क्या उसे पगड़ी पहनने, कड़ा पहनने और गुरुद्वारे जाने की अनुमति भारत में दी जाती है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी 2024 में कई विवादास्पद बयानों के कारण सुर्खियों में रहे। उन्होंने छठ पर्व पर पूजा सामग्री की खरीद को लेकर एक धर्म विशेष पर निशाना साधते हुए शुद्धता का सवाल उठाया।
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने 2024 में 'हिंदुत्व' को एक 'बीमारी' करार दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने नस्लीय टिप्पणी करते हुए कहा कि उत्तर भारत के लोग सफेद नजर आते हैं, जबकि पूर्वी भारत के लोग चाइनीज जैसे दिखते हैं।
कांग्रेस नेता भाई जगताप ने तो चुनाव आयोग को भी निशाना बना दिया। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग तो कुत्ता है" और पीएम मोदी के बंगले के बाहर बैठा कुत्ता बनकर काम कर रहा है।