अडाणी पावर को फिर निगरानी में रखा

BSE-NSE ने अडाणी पावर को दूसरी बार शॉर्ट-टर्म ASM फ्रेमवर्क में डाला

ASM फ्रेमवर्क के तहत शेयरों को शॉर्टलिस्ट करने के पैरामीटर्स

SM फ्रेमवर्क के तहत शेयरों को शॉर्टलिस्ट करने के पैरामीटर्स में हाई-लो वेरिएशन, क्लांइट कंसनट्रेशन, प्राइस बैंड हिट्स की संख्या, क्लोज टु क्लोज प्राइस वेरिएशन और PE-रेश्यो शामिल हैं।

क्या होता है शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म ASM फ्रेमवर्क?

शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म ASM एक तरह की निगरानी होती है। जिसमें मार्केट के रेगुलेटर सेबी और मार्केट एक्सचेंज ‌BSE-NSE एडिशनल सर्विलांस में डाले गए स्टॉक्स पर नजर रखते हैं।

फरवरी में भी अडाणी एंटरप्राइजेज को ASM में डाला गया था

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद NSE ने पिछले महीने 6 फरवरी को अडाणी ग्रुप के स्टॉक्स में हाई वोलैटिलिटी के चलते पहली बार अडाणी एंटरप्राइजेज को अंबुजा सीमेंट्स और अडाणी पोर्ट्स के साथ शॉर्ट टर्म ASM में डाल था।

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