इडली को अब तक साउथ इंडिया की पहचान माना जाता रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी जड़ें कहीं और हैं?
हर कोई मानता है कि इडली साउथ इंडिया से आई है, मगर इसका इतिहास इससे कहीं ज़्यादा दिलचस्प और ग्लोबल है
इतिहासकार मानते हैं कि इडली जैसी डिश इंडोनेशिया में 800-1200 ईस्वी में 'केडली' नाम से खाई जाती थी।
कुछ थ्योरी के अनुसार, इडली की तकनीक अरब व्यापारियों से भारत आई, जो दाल-चावल को खमीर उठाकर पकाते थे।
पहली बार 'इड्डलिगे' नाम से इडली का जिक्र 920 ईस्वी में कन्नड़ साहित्य में मिलता है।
17वीं सदी में चावल और खमीर का जोड़ हुआ, जिससे इडली को मिला आज वाला नरम और फूला-फूला रूप।
साउथ इंडिया की नमी और गर्मी ने खमीर को बढ़ावा दिया, और इडली यहां की पहचान बन गई।