अगर आपका बच्चा रात में बार-बार रोता है तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। यह सिर्फ सामान्य रोना नहीं, बल्कि किसी परेशानी या असहजता का संकेत हो सकता है। जानिए इसके 6 प्रमुख कारण और समाधान।
हर 2-3 घंटे में दूध जरूरी छोटे बच्चों का पेट जल्दी खाली हो जाता है। भूख लगने पर बच्चा उंगलियां चूसने या मुंह चलाने की कोशिश करता है।
पेट में मरोड़ से होता है रोना गैस बनने से बच्चा तेज रोता है, टांगें मोड़ता है और चेहरा लाल हो जाता है। यह आम लेकिन तकलीफदेह स्थिति है।
डायपर की गीलापन से बेचैनी गीला डायपर या रैशेज़ बच्चे को असहज बना सकते हैं। डायपर बदलने के बाद बच्चा सामान्य हो जाता है।
3 महीने से बड़े बच्चों में आम बच्चा आंखें बंद रखकर रोता है और गोद में लेने पर कुछ मिनटों में शांत हो जाता है।
कमरे का तापमान संतुलित रखें कपड़े बहुत ज़्यादा या कम होने पर भी बच्चा रोता है। हल्के और आरामदायक कपड़े पहनाएं।
ध्यान दें बच्चे के इशारों पर बच्चा चुप नहीं हो रहा हो, बार-बार रो रहा हो, या कोई फिजिकल लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
धैर्य रखें, प्यार से संभालें हर बच्चा अलग होता है। सही कारण पहचान कर ही राहत मिल सकती है। साफ-सफाई, तापमान और पोषण का विशेष ध्यान रखें।