चीन ने Rare Earth Elements के एक्सपोर्ट पर रोक लगाई है, लेकिन भारत भी इस रेस में पीछे नहीं है। जानिए कहां छिपा है भारत का यह खजाना और क्यों है इतना जरूरी
ये 17 केमिकल एलिमेंट्स का ग्रुप होते हैं जो टेक्नोलॉजी और हेल्थ सेक्टर में बेहद जरूरी हैं, लेकिन इन्हें रिफाइन करना काफी महंगा होता है
मोबाइल, लैपटॉप, MRI मशीन, इलेक्ट्रिक वाहन जैसे उपकरण REE के बिना अधूरे हैं, इन्हें आधुनिक तकनीक की रीढ़ कहा जाता है
आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा और केरल में पाए जाते हैं REE. भारत के पास करीब 12.73 मिलियन टन मोनाज़ाइट रेत का भंडार है
Neodymium, Samarium जैसे एलिमेंट से बने मैग्नेट छोटे आकार में भी बहुत ताकतवर होते हैं, और हाईटेक डिवाइसेज में काम आते हैं
खनन, रिफाइनिंग और प्रॉसेसिंग के बाद शुद्ध REE से बने उत्पाद देश की अर्थव्यवस्था को बड़ा बूस्ट देते हैं
चीन की रोक के बाद भारत ने REE के निर्यात को रोका है और अपनी जरूरतों के लिए संसाधन देश में ही रखने की तैयारी कर रहा है