धूप में निकलते ही स्किन पर टैनिंग हो जाना आम बात है, लेकिन यही टैनिंग कब पिगमेंटेशन में बदल जाती है? एक्सपर्ट्स ने बताया वजह और इससे बचाव के तरीके.
धूप में अधिक समय बिताने से स्किन पर टैनिंग होती है जो धीरे-धीरे पिगमेंटेशन का रूप ले सकती है.
टैनिंग के बाद स्किन गीली होने पर कालेपन का उभरना टेम्परेरी पिगमेंटेशन का संकेत हो सकता है.
लंबे समय तक बिना सनस्क्रीन के यूवी किरणों के संपर्क में रहने से मेलानोसाइट्स एक्टिव हो जाते हैं, जिससे दाग-धब्बे हो सकते हैं.
कुछ एंटीबायोटिक्स और पेन रिलीफ दवाएं स्किन को फोटोसेंसिटिव बनाकर पिगमेंटेशन बढ़ा सकती हैं.
धूप में निकलते समय SPF वाला सनस्क्रीन लगाएं, स्किन को ढककर रखें और हाइड्रेटेड रहें.
अगर दाग-धब्बे स्किन केयर के बाद भी कम न हों, तो एक्सपर्ट से सलाह लेना जरूरी है.