मैलवेयर का काल: Microsoft का नया AI एजेंट

Microsoft ने पेश किया Project Ire, जो बिना किसी इंसानी मदद के मैलवेयर का पता लगाकर कर सकता है ब्लॉक। आइए जानें ये कैसे बदल रहा है साइबर सुरक्षा की दुनिया।

AI एजेंट जो खुद करता है डिटेक्शन

Microsoft का Project Ire बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के मैलवेयर को पहचान कर ब्लॉक करने में सक्षम है।

हर फाइल की होती है गहराई से जांच

यह AI सिस्टम किसी भी सॉफ्टवेयर फाइल का पूरा विश्लेषण करता है, चाहे उसका सोर्स या मकसद पता हो या नहीं।

कोड को करता है डीकोड और स्कैन

Project Ire डिकंपाइलर और एडवांस टूल्स का इस्तेमाल करके कोड को स्कैन करता है और उसके व्यवहार को समझता है।

मैन्युअल एनालिसिस की छुट्टी

पहले जो काम एक्सपर्ट्स मैनुअली करते थे, अब वही Project Ire तेजी और सटीकता से करता है ऑटोमैटिकली।

सिस्टम जो देता है सबूत भी

AI एजेंट एक Evidence of Chain तैयार करता है, जिससे साफ होता है कि वह किस आधार पर किसी फाइल को खतरनाक मान रहा है।

साइबर सुरक्षा का भविष्य

Project Ire साइबर थ्रेट्स से लड़ने का नया हथियार बनकर सामने आया है, जो सुरक्षा को बनाएगा और भी मजबूत।

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