डायबिटीज और हाई बीपी वाले मृतकों के अंग भी होंगे ट्रांसप्लांट के लिए स्वीकार

अब तक डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर वाले मृतकों के अंग कम ही ट्रांसप्लांट के लिए इस्तेमाल होते थे। लेकिन नई रिपोर्ट के अनुसार, सही स्थिति में ऐसे अंग भी मरीजों को नई जिंदगी दे सकते हैं।

अंगदान में नया बदलाव

अब डायबिटीज या हाई बीपी वाले मृतकों के अंग भी ट्रांसप्लांट के लिए स्वीकार किए जा सकते हैं, बशर्ते वे स्वस्थ हों।

ISOT की नई रिपोर्ट

Indian Society for Organ Transplantation ने कहा है कि ऐसे अंगों का इस्तेमाल किया जा सकता है, पर मेडिकल मानकों के अनुसार।

डॉक्टरों का सुझाव

हर केस को अलग से जांचना जरूरी है ताकि सही निर्णय लिया जा सके और अंग सुरक्षित रूप से ट्रांसप्लांट किया जा सके।

डायबिटीज और किडनी पर असर

अनियंत्रित डायबिटीज से किडनी की फिल्टरिंग क्षमता कमजोर होती है, लेकिन कुछ अंग पूरी तरह स्वस्थ भी मिलते हैं।

हाई बीपी और अन्य बीमारियां

हाई ब्लड प्रेशर किडनी पर दबाव बढ़ाता है, लेकिन सावधानी और जांच के बाद अंग इस्तेमाल के योग्य होते हैं।

अधिक अंगदान, नई जिंदगी

इस नई सोच से अंगदान बढ़ेगा और ट्रांसप्लांट के इंतजार में बैठे मरीजों को लाभ मिलेगा।

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