नेताजी ने कैसे ब्रिटिश हुकूमत से सशस्त्र संघर्ष किया और बापू से क्यों थे अलग? जानिए उनकी कहानी।
1939 में कांग्रेस अध्यक्ष चुने गए नेताजी, लेकिन गांधी से वैचारिक दूरियां बढ़ीं और वे अलग रास्ते पर चल पड़े।
1940 में काली पूजा पर अनशन कर नेताजी ने जेल प्रशासन को मजबूर कर रिहा होना सुनिश्चित किया।
जर्मनी, जापान और अन्य देशों के सहयोग से नेताजी ने सशस्त्र मुक्ति सेना बनाई।
सिंगापुर में नेताजी ने आजाद हिंद फौज को ‘दिल्ली चलो’ का नारा देते हुए प्रेरित किया।
1943 में आजाद हिंद सरकार बनी, जिसे नौ देशों ने मान्यता दी और ब्रिटिश विरोधी युद्ध घोषित किया।
1944-45 में भारत में लड़ाई लड़ी गई, 1945 में विमान दुर्घटना से नेताजी के निधन की खबर आई लेकिन विवाद बना रहा।