EPF Withdrawal: होम लोन लेते समय सबसे बड़ी चिंता उसे जल्दी चुकाने की होती है। लेकिन आमतौर पर होम लोन की राशि बड़ी होती है, जिससे हमें लंबे समय तक EMI का बोझ (Home Loan Repayment) उठाना पड़ता है। इस स्थिति में कई लोग होम लोन को जल्दी समाप्त करने के लिए प्री-पेमेंट का विकल्प चुनते हैं, और इसके लिए EPF अकाउंट की राशि एक मददगार साधन हो सकती है।
नई दिल्ली: अपना घर होना हर किसी का सपना होता है, और इस सपने को पूरा करने के लिए कई लोग होम लोन का सहारा लेते हैं। होम लोन की अवधि लंबी होती है, जिससे नौकरीपेशा लोगों की मासिक आय का एक बड़ा हिस्सा लोन की EMI चुकाने में खर्च हो जाता है।
ऐसे में कुछ लोग एंप्लॉयीज प्रोविडेंट फंड (EPF) के पैसे का उपयोग करके होम लोन चुकाने की योजना बनाते हैं। यदि आप भी EPF से होम लोन चुकाने का विचार कर रहे हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
ब्याज के अंतर को जानना क्यों है जरूरी?
EPF आमतौर पर सबसे अधिक ब्याज देने वाली योजनाओं में से एक है। लेकिन, अगर आपके होम लोन की ब्याज दर EPF पर मिलने वाली ब्याज दर से ज्यादा है, तो आप इस रकम का उपयोग लोन के प्री-पेमेंट के लिए कर सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर, वर्तमान में EPF पर ब्याज दर 8.25% है, जबकि अधिकांश बैंक 8.5% से 10% तक की दरों पर होम लोन प्रदान कर रहे हैं। यदि आपके होम लोन की ब्याज दर 9% या इससे अधिक है, तभी आपको EPF की रकम से होम लोन के प्री-पेमेंट पर विचार करना चाहिए।
EPF से होम लोन चुकाने में उम्र और करियर का महत्व
अगर आप युवा हैं और अपने करियर की शुरुआत में हैं, तो EPF के पैसों से होम लोन चुकाने (EPF Withdrawal Process) का विकल्प आपके लिए सही हो सकता है, क्योंकि आपके पास फिर से रिटायरमेंट फंड बनाने का पर्याप्त समय होगा।
EPFO आपको होम लोन चुकाने के लिए जमा राशि का अधिकतम 90% तक निकालने की अनुमति देता है, लेकिन इसके लिए कम से कम 10 साल की सेवा पूरी करना अनिवार्य है। होम लोन रीपेमेंट स्कीम के तहत EPFO के सदस्य अपने अकाउंट से EMI का भुगतान भी कर सकते हैं।
EPF से कितनी राशि निकालना है सही?
EPF आपकी रिटायरमेंट योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, इसलिए इससे पैसे निकालने का निर्णय बहुत सोच-समझकर लेना चाहिए। इसे आमतौर पर आखिरी विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करना चाहिए। EPF से पूरी रकम निकालने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से आपकी रिटायरमेंट योजना प्रभावित हो सकती है।
वर्तमान में EPF पर 8.25% ब्याज मिलता है, और जितनी अधिक राशि आप निकालते हैं, उतना ही आपके रिटायरमेंट फंड पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा, EPF से पैसे निकालते समय टैक्स के नियमों को समझना आवश्यक है, क्योंकि कुछ परिस्थितियों में टैक्स भी लग सकता है। साथ ही, समय से पहले पैसे निकालने पर आपको पेनल्टी भी चुकानी पड़ सकती है।
होम लोन के लिए EPF से पैसा निकालने की प्रक्रिया क्या है?
EPFO की ई-सेवा पोर्टल में लॉगिन करें।
UAN और पासवर्ड दर्ज करके प्रवेश करें।
'ऑनलाइन सर्विसेज' सेक्शन पर जाएं।
फॉर्म 31 का चयन करके अपना क्लेम सबमिट करें।
अपनी बैंक डिटेल्स को वेरिफाई करें।
निकासी का कारण चुनें।
आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।