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EPFO के नए नियम 2025: पीएफ से जुड़े 4 बड़े बदलाव और उनके फायदे

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने 2025 में पीएफ से संबंधित नियमों में चार महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिनका उद्देश्य पीएफ प्रक्रिया को सरल, तेज और डिजिटल बनाना है। ये बदलाव न केवल 7 करोड़ से अधिक EPFO सदस्यों के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि नियोक्ताओं के लिए भी प्रोसेस को आसान बनाएंगे। आइए जानते हैं इन बदलावों के बारे में विस्तार से:

1. सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम (CPPS) की शुरुआत

1 जनवरी 2025 से EPFO ने सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम लागू किया है। इस नए सिस्टम के तहत अब पेंशनधारक देश के किसी भी बैंक से अपनी पेंशन प्राप्त कर सकते हैं। इससे पेंशन भुगतान आदेश (PPO) को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से जोड़ना अनिवार्य हो गया है, जिससे फिजिकल वेरिफिकेशन की जरूरत समाप्त हो गई है। इससे पेंशनधारकों को आसानी होगी और पेंशन भुगतान अधिक पारदर्शी तथा त्वरित हो सकेगा।

2. नौकरी बदलने पर PF ट्रांसफर प्रक्रिया आसान हुई

15 जनवरी 2025 से नौकरी बदलने पर पीएफ ट्रांसफर के लिए अब नियोक्ता की मंजूरी लेना जरूरी नहीं होगा। पहले यह प्रक्रिया नियोक्ता की सहमति पर निर्भर होती थी, जिससे ट्रांसफर में देरी होती थी। नए नियम के तहत आप बिना किसी बाधा के अपने पुराने पीएफ खाते से नए नियोक्ता के खाते में सीधे ट्रांसफर करवा सकेंगे। इससे कर्मचारी के लिए पीएफ का प्रबंधन आसान और तेज होगा।

3. ज्वाइंट डिक्लेरेशन पूरी तरह डिजिटल

16 जनवरी 2025 से EPFO ने ज्वाइंट डिक्लेरेशन प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। इसका मतलब है कि अगर आपका UAN आधार से लिंक है, तो अब प्रोफाइल सुधार के लिए आपको कोई कागजी दस्तावेज़ जमा नहीं करना होगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल होने से समय की बचत होगी और झंझट कम होगा। हालांकि, जिनके UAN आधार से लिंक नहीं हैं, उन्हें अभी भी ऑफलाइन प्रक्रिया अपनानी होगी।

4. ऑनलाइन प्रोफाइल अपडेटिंग आसान

अब कर्मचारी अपने नाम, जन्मतिथि, जेंडर, वैवाहिक स्थिति, माता-पिता के नाम, राष्ट्रीयता और जीवनसाथी का नाम जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां EPFO पोर्टल पर ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। इसके लिए अलग से दस्तावेज जमा करने की जरूरत नहीं है, बशर्ते नियोक्ता डिजिटल रूप से पुष्टि कर दें। यह सुविधा प्रोफाइल को हमेशा अपडेट रखने में मददगार साबित होगी। ध्यान रखें कि कुछ पुराने UAN मामलों में अभी भी मंजूरी लेना आवश्यक हो सकता है।

EPFO के ये बदलाव आपके पीएफ से जुड़े कामकाज को अधिक सरल, त्वरित और पारदर्शी बनाने के लिए हैं। यदि आप EPFO सदस्य हैं, तो इन नए नियमों के बारे में जागरूक रहें और अपनी प्रोफाइल समय-समय पर अपडेट करते रहें। इससे न केवल आपकी सेविंग्स सुरक्षित रहेंगी, बल्कि भविष्य में पेंशन और पीएफ के ट्रांसफर में भी आसानी होगी। किसी भी मदद के लिए अपने नियोक्ता या EPFO की आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें और डिजिटल सुविधाओं का पूरा लाभ उठाएं।

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