पिछले हफ्ते की गिरावट के बाद अब निवेशकों की नजरें इस हफ्ते के कारोबार पर टिकी हैं। इस हफ्ते, कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजों और RBI MPC की बैठक के फैसले जैसे प्रमुख फैक्टर्स बाजार की दिशा तय करेंगे। गौरतलब है कि शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी लगभग 1% की गिरावट के साथ बंद हुए थे। पूरी खबर पढ़ें...
नई दिल्ली: पिछले हफ्ते शेयर बाजार में भारी गिरावट के बाद निवेशक इस हफ्ते के कारोबार को लेकर चिंतित हैं। इजरायल-ईरान युद्ध (Israel-Iran War) के चलते यह गिरावट देखने को मिली। 18 सितंबर 2024 को फेड रिजर्व बैठक के फैसले के बाद बाजार ने अपने उच्चतम स्तर को छू लिया था, लेकिन वैश्विक भू-राजनीतिक हलचल ने बाजार की दिशा को पूरी तरह से प्रभावित किया।
आइए जानते हैं कि इस हफ्ते बाजार की चाल के लिए कौन से प्रमुख फैक्टर्स महत्वपूर्ण रहेंगे।"
इस हफ्ते बाजार की दिशा तय करने वाले प्रमुख फैक्टर्स
7 अक्टूबर से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक शुरू होगी। इस बैठक में रेपो रेट (Repo Rate) को लेकर निर्णय लिया जाएगा। पिछली 8 बैठकों से रेपो रेट स्थिर रखा गया है, लेकिन इस बार उम्मीद की जा रही है कि आरबीआई इसमें बदलाव कर सकता है। आरबीआई के फैसले का भारतीय शेयर बाजार पर महत्वपूर्ण असर पड़ेगा।
इसके अलावा, आईटी कंपनियों सहित कई बड़ी कंपनियां दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान करने वाली हैं। ये नतीजे कंपनियों के फाइनेंशियल परफॉर्मेंस को उजागर करेंगे, जिससे निवेशकों की नजर इन पर टिकी होगी। तिमाही नतीजों के साथ-साथ ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का भी बाजार की चाल पर प्रभाव रहेगा।
मध्य-पूर्व की घटनाओं का बाजार पर गहरा प्रभाव
मध्य-पूर्व देशों में चल रही घटनाओं ने ग्लोबल मार्केट पर गहरा प्रभाव डाला है। भू-राजनीतिक उथल-पुथल के कारण विदेशी निवेशकों ने अपने निवेश निकालना शुरू कर दिया है, जिससे बाजार की ट्रेडिंग पर नकारात्मक असर पड़ा है। इसी कारण पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में भी भारी गिरावट देखने को मिली।
पिछले हफ्ते बाजार में बड़ी गिरावट
4 अक्टूबर 2024 को सेंसेक्स 808.65 अंक या 0.98% की गिरावट के साथ 81,688.45 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 235.50 अंक या 0.93% लुढ़ककर 25,014.60 अंक पर बंद हुआ, जिससे बाजार में गिरावट का रुख जारी रहा।