ट्रंप की टैरिफ नीति से शेयर बाजार धराशायी, ब्लैक मंडे में सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम, टॉप कंपनियों के शेयर गिरे, निवेशकों में घबराहट, विश्लेषकों ने और गिरावट की दी चेतावनी।
‘Black Monday’ Market Crash: अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump की Aggressive Tariff Policy ने एक बार फिर Global Stock Markets को हिला दिया है। इस झटके का असर सोमवार को Indian Share Market में भी देखने को मिला, जिसे निवेशकों ने ‘Black Monday’ की संज्ञा दी। Sensex और Nifty ने बड़े gap-down के साथ ट्रेडिंग शुरू की, जिससे करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।
Opening Bell पर ही धराशायी हुआ Market
BSE Sensex ने 3,379.19 अंकों की गिरावट के साथ 71,985.50 पर शुरुआत की, जबकि NSE Nifty 50 में 901.05 अंकों की भारी गिरावट देखी गई और यह 22,003.40 के लेवल पर पहुंच गया। Market Experts के अनुसार यह गिरावट Trump की टैरिफ नीति और Global Trade Tensions की वजह से आई है।
टॉप 5 हैवीवेट स्टॉक्स में बड़ी गिरावट
1. Tata Steel Ltd
Tata Steel के शेयर में 10% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। यह स्टॉक 140.45 रुपये से गिरकर 125.90 रुपये पर ट्रेड करता दिखा। शेयर का Volume Weighted Average Price (VWAP) 126.40 रुपये रहा।
2. Tata Motors
Tata Motors के शेयरों ने भी ज़ोरदार गिरावट झेली। कंपनी का स्टॉक 7.64% गिरकर ₹566.95 पर पहुंचा। शुरुआती ट्रेड में इसका Low ₹552.50 रहा।
3. HCL Technologies
Tech Sector भी इस गिरावट से अछूता नहीं रहा। HCL Tech का शेयर 6.29% गिरकर ₹1332.35 पर आ गया। इसका VWAP ₹1327.28 रहा।
4. Larsen & Toubro (L&T)
Infrastructure Giant L&T का स्टॉक भी 6% गिरकर ₹3063.90 पर आ गया। इसकी ओपनिंग ₹3099.95 पर हुई, लेकिन दिन का निचला स्तर ₹2967.65 रहा।
5. Tech Mahindra
Tech Mahindra के स्टॉक्स में 5.58% की गिरावट दर्ज की गई। शेयर का VWAP ₹1234.44 रहा, जबकि यह ₹1247.75 पर क्लोज हुआ।
Global Trade Tensions और Investor Sentiment पर असर
Analysts का मानना है कि Trump की Tariff Approach ने केवल अमेरिका ही नहीं, बल्कि Emerging Markets पर भी दबाव डाला है। भारत में FII Outflows और Risk Aversion की स्थिति बन गई है, जिससे Indices में तेज गिरावट आई।
क्या आगे भी रहेगी गिरावट?
Market Watchers का कहना है कि अगर geopolitical tensions और trade policy concerns ऐसे ही बने रहे तो short-term में market में recovery मुश्किल हो सकती है। निवेशकों को फिलहाल Caution के साथ ट्रेडिंग करनी चाहिए।